माघ पूर्णिमा 2025 पुण्य लाभ के लिए करें पवित्र स्नान और दान, जानें तिथि, महत्व और विशेष उपाय
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हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा का दिन अत्यंत पावन और पुण्यदायी माना जाता है। यह तिथि धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टि से विशेष महत्व रखती है। मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान-पुण्य और धार्मिक अनुष्ठान करने से पितरों को शांति मिलती है और व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है। माघ माह की पूर्णिमा तिथि पर विशेष रूप से गंगा स्नान का महत्व है, जिसे मोक्षदायिनी और पवित्र माना जाता है।
माघ पूर्णिमा 2025 की तिथि और समय:
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 11 फरवरी 2025, शाम 6:24 बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 12 फरवरी 2025, शाम 8:52 बजे
इस दिन सूर्योदय के समय पवित्र नदियों में स्नान करने और दान-पुण्य करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है।
माघ पूर्णिमा का धार्मिक महत्व:
1. पितृ तर्पण और श्राद्ध कर्म:
माघ पूर्णिमा के दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और श्राद्ध करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे पितृ दोष का शमन होता है और पूर्वजों की कृपा प्राप्त होती है।
2. स्नान का पुण्य:
गंगा, यमुना, गोदावरी, नर्मदा जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश होता है। माघ मास में चलने वाला कल्पवास भी इस दिन पूर्ण होता है।
3. दान-पुण्य का महत्व:
माघ पूर्णिमा पर अन्न, वस्त्र, तिल, घी, कम्बल और आभूषण का दान विशेष रूप से फलदायी माना जाता है। इससे व्यक्ति को असीम पुण्य की प्राप्ति होती है।
4. ध्यान और साधना:
यह दिन ध्यान, जप, तप और साधना के लिए बेहद शुभ है। विष्णु सहस्रनाम, श्रीमद्भागवत गीता और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
माघ पूर्णिमा पर करने योग्य विशेष कार्य:
* ब्रह्ममुहूर्त में उठकर पवित्र नदी या तीर्थ स्थल पर स्नान करें।
* भगवान विष्णु, भगवान शिव और अपने इष्ट देवता की पूजा करें।
* तिल, गुड़, घी, कंबल, अन्न, वस्त्र आदि का दान करें।
* पितरों के लिए तर्पण और श्राद्ध करें।
* जरूरतमंदों को भोजन कराएं और गौ सेवा करें।
माघ पूर्णिमा का ज्योतिषीय प्रभाव:
इस दिन चंद्रमा कर्क राशि में स्थित रहेगा, जो भावनात्मक स्थिरता और मानसिक शांति का प्रतीक है। यह स्थिति कुछ राशियों के लिए अत्यधिक शुभ मानी जाती है।
शुभ राशियां:
वृषभ (Taurus): आर्थिक उन्नति और नई योजनाओं में सफलता।
कर्क (Cancer): पारिवारिक सुख-शांति और आत्मविश्वास में वृद्धि।
सिंह (Leo): करियर में प्रगति और नई उपलब्धियों का संकेत।
धनु (Sagittarius): आध्यात्मिक उन्नति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार।
मीन (Pisces): शिक्षा, शोध और रचनात्मक कार्यों में सफलता।
माघ पूर्णिमा न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ी है, बल्कि यह आत्मशुद्धि और आध्यात्मिक जागरूकता का भी प्रतीक है। इस दिन किए गए पुण्य कार्य जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं और मन को शांति प्रदान करते हैं। इसलिए इस शुभ तिथि पर स्नान, दान, तप और भक्ति के माध्यम से अपने जीवन को और भी पावन और मंगलमय बनाएं।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुति पर आधारित है | पब्लिक खबर इसमें दी गयी जानकारी और तथ्यों की सत्यता और संपूर्णता की पुष्टि नहीं करता है |