मंगल का कर्क राशि में गोचर 2025, 3 अप्रैल से 7 जून तक, किन राशियों पर पड़ेगा असर?

वैदिक ज्योतिष में मंगल को ऊर्जा, साहस, पराक्रम और युद्ध का कारक ग्रह माना जाता है। यह ग्रह जब भी राशि परिवर्तन करता है, तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है। अब 3 अप्रैल 2025 को मंगल कर्क राशि में गोचर करने जा रहे हैं, जहां वे 7 जून 2025 तक विराजमान रहेंगे।
मंगल की यह स्थिति ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि कर्क राशि में मंगल नीच अवस्था में रहते हैं। नीच ग्रह की स्थिति में इसके प्रभाव कुछ राशियों के लिए संघर्षपूर्ण हो सकते हैं, जबकि कुछ के लिए यह सकारात्मक फलदायी सिद्ध हो सकते हैं। इसके अलावा, इस अवधि में अन्य ग्रहों के भी गोचर होने के कारण ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह समय अत्यधिक परिवर्तनशील रहेगा। आइए जानते हैं कि मंगल के इस गोचर का विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मंगल का कर्क राशि में गोचर 2025: ग्रहों की स्थिति
मंगल 3 अप्रैल 2025 को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे और 7 जून 2025 तक इसी राशि में रहेंगे। चंद्रमा की राशि कर्क में मंगल को नीच का माना जाता है, यानी इस दौरान यह ग्रह अपेक्षाकृत कमजोर स्थिति में रहेगा। इस दौरान मंगल का प्रभाव आक्रामकता, अस्थिरता, और भावनात्मक उतार-चढ़ाव को बढ़ा सकता है।
इस गोचर के दौरान अन्य ग्रहों की स्थिति भी महत्वपूर्ण होगी, जो विभिन्न राशियों के लिए अलग-अलग प्रभाव उत्पन्न करेगी।
किन राशियों पर पड़ेगा मंगल के गोचर का प्रभाव?
मेष राशि:
मंगल आपकी राशि के चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। यह स्थिति पारिवारिक जीवन में तनाव बढ़ा सकती है। वाहन सावधानी से चलाएं और संपत्ति से जुड़े मामलों में सतर्क रहें। करियर में कुछ उतार-चढ़ाव संभव हैं, लेकिन धैर्य बनाए रखें।
वृषभ राशि:
यह गोचर आपकी राशि के तृतीय भाव में होगा। साहस और पराक्रम बढ़ेगा, लेकिन जल्दबाजी में कोई भी निर्णय लेने से बचें। कार्यक्षेत्र में सकारात्मक बदलाव संभव हैं। छोटे भाई-बहनों के साथ संबंधों में सुधार होगा।
मिथुन राशि:
मंगल आपके द्वितीय भाव में गोचर करेंगे, जिससे वाणी में कठोरता आ सकती है। परिवार में किसी बात को लेकर तनाव हो सकता है। आर्थिक मामलों में सतर्कता बरतें और अनावश्यक खर्चों से बचें।
कर्क राशि:
मंगल आपकी ही राशि में गोचर कर रहे हैं, जिससे स्वभाव में चिड़चिड़ापन और गुस्सा बढ़ सकता है। सेहत को लेकर सावधानी बरतें और किसी भी तरह के विवाद में न पड़ें। हालांकि, आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और निर्णय लेने की क्षमता मजबूत होगी।
सिंह राशि:
मंगल का यह गोचर बारहवें भाव में हो रहा है, जो खर्चों में वृद्धि का संकेत देता है। विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं। सेहत का विशेष ध्यान रखें, विशेषकर सिरदर्द और अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
कन्या राशि:
मंगल आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे, जो आय में वृद्धि के संकेत दे रहा है। रुके हुए कार्य पूरे होंगे और करियर में तरक्की मिल सकती है। मित्रों से लाभ होगा और सामाजिक दायरा बढ़ेगा।
तुला राशि:
मंगल आपके दशम भाव में गोचर कर रहे हैं, जिससे कार्यक्षेत्र में बड़े बदलाव संभव हैं। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन मिल सकता है, लेकिन किसी भी विवाद में फंसने से बचें।
वृश्चिक राशि:
यह गोचर आपके नवम भाव में होगा, जो भाग्य वृद्धि का संकेत दे रहा है। विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं और शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
धनु राशि:
मंगल आपके अष्टम भाव में गोचर करेंगे, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें और कोई भी बड़ा निवेश सोच-समझकर करें।
मकर राशि:
मंगल का यह गोचर आपके सप्तम भाव में होगा, जिससे दांपत्य जीवन में कुछ चुनौतियां आ सकती हैं। व्यापार में सतर्कता बरतें और साझेदारी में काम करने से पहले सभी पहलुओं पर विचार करें।
कुंभ राशि:
मंगल आपके षष्ठम भाव में रहेंगे, जिससे शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। कोर्ट-कचहरी के मामले सुलझ सकते हैं और सेहत में सुधार होगा। नौकरीपेशा लोगों के लिए यह गोचर लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
मीन राशि:
मंगल आपके पंचम भाव में गोचर करेंगे, जिससे प्रेम संबंधों में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। विद्यार्थियों को मेहनत का पूरा फल मिलेगा, लेकिन जल्दबाजी में निर्णय न लें।
मंगल के गोचर के दौरान क्या करें और क्या न करें?
करें:
✅ हनुमान चालीसा का पाठ करें और मंगल ग्रह के मंत्रों का जाप करें।
✅ लाल रंग के वस्त्र धारण करें और हनुमान जी की पूजा करें।
✅ संयमित और धैर्यपूर्ण व्यवहार बनाए रखें।
✅ रक्तदान करें और जरूरतमंदों की मदद करें।
न करें:
❌ अनावश्यक वाद-विवाद और क्रोध से बचें।
❌ जल्दबाजी में कोई भी बड़ा निवेश न करें।
❌ वाहन चलाते समय लापरवाही न बरतें।
❌ किसी को अपमानित न करें और कठोर वाणी से बचें।
मंगल का कर्क राशि में गोचर 3 अप्रैल से 7 जून 2025 तक रहेगा। यह गोचर कुछ राशियों के लिए शुभ रहेगा तो कुछ के लिए सावधानी बरतने का समय रहेगा। मंगल ग्रह की अनुकूलता बनाए रखने के लिए धार्मिक उपायों को अपनाएं और सकारात्मक सोच बनाए रखें। ज्योतिषीय दृष्टि से यह गोचर महत्वपूर्ण है, इसलिए इस दौरान सतर्क रहना और सही निर्णय लेना आवश्यक होगा।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।