मार्च 2025 व्रत और त्योहारों का उल्लासमय महीना, जानिए खास तिथियां और पर्वों की सूची

मार्च 2025 व्रत और त्योहारों का उल्लासमय महीना, जानिए खास तिथियां और पर्वों की सूची
X

फरवरी के समापन के बाद मार्च का महीना शुरू होते ही पूरे वातावरण में उत्सव और उल्लास की लहर दौड़ जाती है। यह महीना हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन और चैत्र माह के मध्य आता है, जिसमें कई प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व मनाए जाते हैं। मार्च 2025 में होली, चैत्र नवरात्रि और रमजान जैसे प्रमुख त्योहारों के अलावा कई शुभ व्रत और पर्व भी आते हैं, जो भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। आइए जानते हैं कि इस बार मार्च 2025 में कौन-कौन से व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे और उनकी धार्मिक महत्ता क्या है।

मार्च 2025 में आने वाले प्रमुख व्रत और त्योहारों की सूची

तिथि व्रत / त्योहार महत्व

* 3 मार्च 2025 विजया एकादशी इस दिन व्रत रखने से सभी कष्टों का नाश होता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

* 6 मार्च 2025 महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का पर्व, रात्रि जागरण और विशेष पूजा का महत्व।

* 14 मार्च 2025 होलाष्टक आरंभ इस दिन से होली के रंगारंग पर्व की शुरुआत होती है।

* 17 मार्च 2025 होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक, इस दिन होलिका की अग्नि में समस्त नकारात्मकता का अंत होता है।

* 18 मार्च 2025 रंगों की होली पूरे देश में रंगों और उल्लास के साथ यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है।

* 20 मार्च 2025 अमलकी एकादशी इस दिन आंवला वृक्ष की पूजा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।

* 21 मार्च 2025 प्रदोष व्रत शिव उपासकों के लिए अत्यंत शुभ दिन, इस दिन व्रत रखने से समस्त पाप नष्ट होते हैं।

* 22 मार्च 2025 चैत्र नवरात्रि प्रारंभ माँ दुर्गा के नौ दिवसीय पूजन की शुरुआत, घरों में घट स्थापना होती है।

* 30 मार्च 2025 राम नवमी भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का पर्व, इस दिन विशेष पूजा का आयोजन होता है।

* 13 मार्च 2025 से रमजान माह प्रारंभ इस्लाम धर्म में पवित्र रमजान की शुरुआत, रोज़े और इबादत का विशेष महत्व।

मार्च 2025 के प्रमुख पर्वों की आध्यात्मिक महत्ता

1. होली (17-18 मार्च 2025) – रंगों का पर्व

मार्च महीने में होली सबसे बड़ा और रंगारंग त्योहार होता है। इस पर्व को लेकर पूरे भारत में खास उत्साह देखने को मिलता है। होली दो दिन तक मनाई जाती है:

पहला दिन: होलिका दहन, जहां अग्नि में नकारात्मकता और बुराइयों का अंत किया जाता है।

दूसरा दिन: रंगों की होली, जिसमें लोग आपस में प्रेमपूर्वक रंग खेलते हैं और मिठाइयों का आनंद लेते हैं।

2. महाशिवरात्रि (6 मार्च 2025) – शिव उपासना का दिव्य पर्व

भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का यह विशेष दिन, शिव भक्तों के लिए अत्यंत पावन माना जाता है। इस दिन भोलेनाथ का जलाभिषेक करने और व्रत रखने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है।

3. चैत्र नवरात्रि (22-30 मार्च 2025) – शक्ति उपासना के नौ दिन

चैत्र नवरात्रि नौ दिनों तक माँ दुर्गा की आराधना का पर्व होता है। इस दौरान भक्त उपवास रखते हैं, कलश स्थापना करते हैं और प्रतिदिन माँ के विभिन्न स्वरूपों की पूजा करते हैं। यह समय विशेष रूप से मानसिक, आध्यात्मिक और शारीरिक शुद्धि के लिए उपयुक्त माना जाता है।

4. राम नवमी (30 मार्च 2025) – भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव

भगवान विष्णु के सातवें अवतार श्रीराम के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाने वाली राम नवमी भारत के प्रमुख पर्वों में से एक है। इस दिन भगवान श्रीराम की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और रामचरितमानस का पाठ किया जाता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

Tags:
Next Story
Share it