लड्डू, रंग और भक्ति से सराबोर होगी मथुरा-वृंदावन की होली, जानें खास तिथियां और परंपराएं

लड्डू, रंग और भक्ति से सराबोर होगी मथुरा-वृंदावन की होली, जानें खास तिथियां और परंपराएं
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होली का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास से मनाया जाता है, लेकिन मथुरा, वृंदावन, बरसाना और नंदगांव की होली का रंग सबसे निराला होता है। यहां की होली न सिर्फ गुलाल और रंगों से खेली जाती है, बल्कि फूलों, लड्डुओं, छड़ी और लाठी से भी इस उत्सव को भव्य रूप दिया जाता है।

फाल्गुन पूर्णिमा और होली की सही तिथियां

हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा का समापन 13 मार्च 2025 को सुबह 10:35 बजे होगा और 14 मार्च 2025 को दोपहर 12:23 बजे पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, होलिका दहन 14 मार्च 2025 को होगा और रंगों वाली होली 15 मार्च 2025 को खेली जाएगी।

मथुरा और वृंदावन की विश्वप्रसिद्ध होली

मथुरा और वृंदावन में होली का उत्सव करीब एक सप्ताह पहले ही शुरू हो जाता है। बांके बिहारी मंदिर में हर साल विशेष रंगोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें भक्त भगवान श्रीकृष्ण के साथ रंगों में सराबोर होकर भक्ति भाव में डूब जाते हैं।

बरसाना और नंदगांव की अनूठी होली परंपराएं

बरसाना और नंदगांव की होली दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां की लट्ठमार होली सबसे खास होती है, जिसमें महिलाएं पुरुषों पर लाठी बरसाकर श्रीराधा और श्रीकृष्ण के प्रेम प्रसंग की झलक दिखाती हैं।

7 मार्च 2025 को बरसाना के श्री राधारानी मंदिर में लड्डूमार होली खेली जाएगी। इस परंपरा के तहत, भक्तों पर लड्डू फेंके जाते हैं, और जिसे लड्डू लगता है, उसे सौभाग्यशाली माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन लड्डू ग्रहण करने से पूरे वर्ष सौभाग्य और समृद्धि बनी रहती है।

होलिका दहन और रंगों की होली का महत्व

होलिका दहन 14 मार्च 2025 की शाम को किया जाएगा। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। अगले दिन यानी 15 मार्च 2025 को रंगों की होली खेली जाएगी, जिसमें गुलाल, अबीर और प्राकृतिक रंगों से लोग एक-दूसरे को सराबोर करेंगे।

मथुरा, वृंदावन, बरसाना और नंदगांव की होली अद्वितीय और भक्ति से परिपूर्ण होती है। लड्डूमार होली, फूलों की होली और लट्ठमार होली जैसे उत्सव इस पर्व को और खास बनाते हैं। अगर आप इस साल होली को खास बनाना चाहते हैं, तो एक बार मथुरा-वृंदावन की होली का आनंद जरूर लें!

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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