केंद्र सरकार ने मंगलवार को बिहार के पू्र्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की
- In मुख्य समाचार 24 Jan 2024 1:05 PM IST
कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा से पूरे भारत में हर्ष का माहौल है। कर्पूरी ठाकुर एक महान समाजवादी नेता थे, जिन्होंने बिहार के विकास और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी, 1924 को बिहार के समस्तीपुर जिले के पितौझिया गांव में हुआ था। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1942 में स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गए। उन्होंने आचार्य नरेंद्र देव के नेतृत्व में समाजवादी आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कर्पूरी ठाकुर 1952 में पहली बार बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए। उन्होंने कई मंत्रालयों का कार्यभार संभाला और 1968 से 1970 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे। अपने पहले कार्यकाल में, उन्होंने भूमि सुधार और पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने "भूमिहीनों के लिए भूमि" योजना शुरू की, जिसके तहत भूमिहीनों को मुफ्त में जमीन दी गई। उन्होंने पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की व्यवस्था भी की।
कर्पूरी ठाकुर 1977 में फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बने। अपने दूसरे कार्यकाल में, उन्होंने बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए काम किया। उन्होंने "एक गांव, एक विद्यालय" योजना शुरू की, जिसके तहत प्रत्येक गांव में एक प्राथमिक विद्यालय खोला गया। उन्होंने "एक गांव, एक स्वास्थ्य केंद्र" योजना भी शुरू की, जिसके तहत प्रत्येक गांव में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला गया।
कर्पूरी ठाकुर को "जननायक" के नाम से भी जाना जाता था। वह एक लोकप्रिय नेता थे, जिन्हें बिहार के लोगों से बहुत प्यार था। वह एक कुशल प्रशासक भी थे, जिन्होंने बिहार के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कर्पूरी ठाकुर का 20 मई, 1988 को निधन हो गया। उन्हें भारत के महानतम समाजवादी नेताओं में से एक माना जाता है। उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किए जाने से उनके योगदान को सराहना मिली है।
वे एक महान समाजवादी नेता थे, जिन्होंने बिहार के विकास और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में रहते हुए भूमि सुधार और पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। वे एक लोकप्रिय नेता थे, जिन्हें बिहार के लोगों से बहुत प्यार था। वह एक कुशल प्रशासक भी थे, जिन्होंने बिहार के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने से बिहार के लोगों को बहुत खुशी हुई है। यह सम्मान उनके योगदान को सराहना है।