Home > मुख्य समाचार > राष्ट्रपति मुर्मू का संसदीय अभिभाषण: भारत के विकास और एकता पर जोर

राष्ट्रपति मुर्मू का संसदीय अभिभाषण: भारत के विकास और एकता पर जोर

राष्ट्रपति मुर्मू का संसदीय अभिभाषण: भारत के विकास और एकता पर जोर

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने...PS

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। अपने भाषण में, उन्होंने भारत के विकास और एकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत आज हर क्षेत्र में विकास कर रहा है। उन्होंने चंद्रयान-तीन, नारी शक्ति वंदन कानून और अयोध्या के राम मंदिर समेत तमाम सरकारी परियोजनाओं का जिक्र किया।


राष्ट्रपति ने कहा कि नई संसद भवन "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" का एहसास कराती है। उन्होंने कहा कि यह भवन भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत का प्रतीक है।


राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक युवा देश है और युवाओं में देश को आगे ले जाने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को नई पहचान देने के लिए काम कर रही है।


राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक बहुसांस्कृतिक देश है और यहां सभी धर्मों और समुदायों के लोगों को समान अधिकार प्राप्त हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सभी धर्मों और समुदायों के बीच शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए काम कर रही है।


राष्ट्रपति के भाषण को दोनों सदनों के सदस्यों ने तालियों से सराहा।



राष्ट्रपति ने कहा कि भारत आज हर क्षेत्र में विकास कर रहा है। उन्होंने चंद्रयान-तीन, नारी शक्ति वंदन कानून और अयोध्या के राम मंदिर समेत तमाम सरकारी परियोजनाओं का जिक्र किया।



राष्ट्रपति ने कहा कि नई संसद भवन "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" का एहसास कराती है। उन्होंने कहा कि भारत एक युवा देश है और युवाओं में देश को आगे ले जाने की क्षमता है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक बहुसांस्कृतिक देश है और यहां सभी धर्मों और समुदायों के लोगों को समान अधिकार प्राप्त हैं।

Share it
Top