योगेश्वर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ ट्रस्ट ने ताजमहल को तेजोलिंग महादेव का मंदिर बताया
- In मुख्य समाचार 27 March 2024 6:24 PM IST
आगरा: योगेश्वर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ ट्रस्ट ने ताजमहल को तेजोलिंग महादेव का मंदिर बताते हुए आगरा सिविल जज जूनियर डिवीजन के यहां वाद दायर किया है। वादी अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2023 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) से सूचना का अधिकार (आरटीआई) में पूछा था कि ताजमहल कब बनना शुरू हुआ, कब खत्म हुआ और ताजमहल के भवन की आयु क्या है?
एएसआई ने आरटीआई के जवाब में बताया था कि ताजमहल के निर्माण की कोई तारीख नहीं है। एएसआई ने यह भी कहा कि ताजमहल के निर्माण से पहले उस जगह पर कोई मंदिर नहीं था।
वादी अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने कहा कि एएसआई का जवाब गलत है। उन्होंने कहा कि उनके पास पुराने दस्तावेज हैं जो बताते हैं कि ताजमहल के निर्माण से पहले उस जगह पर तेजोलिंग महादेव का मंदिर था।
उन्होंने कहा कि मुगल सम्राट शाहजहां ने मंदिर को तोड़कर ताजमहल का निर्माण करवाया था। उन्होंने कहा कि वे अदालत से ताजमहल के ताले खोलकर अंदर का सर्वेक्षण करवाने की मांग करेंगे।
यह मामला 22 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
यह घटना एक बार फिर ताजमहल के इतिहास पर बहस छेड़ सकती है। कुछ लोग मानते हैं कि ताजमहल एक हिंदू मंदिर था जिसे मुगलों ने तोड़कर मकबरा बना दिया था। वहीं, कुछ लोग मानते हैं कि ताजमहल मुगल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना है।