माफिया मुख्तार अंसारी का जनाजे मे थी हजारों लोगों की भीड़
- In मुख्य समाचार 30 March 2024 9:45 PM IST
शुक्रवार की आधी रात, करीब एक बजकर 15 मिनट पर, माफिया मुख्तार अंसारी का ताबूत उनके घर मुहम्मदाबाद पहुंचा। घर के बाहर, हजारों लोग कई घंटों से खड़े होकर शव का इंतजार कर रहे थे। शनिवार की सुबह, मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
जनाजे में शामिल होने के लिए, पूर्वांचल के कई जिलों से लोग मुहम्मदाबाद पहुंचे थे। मुख्तार के समर्थकों का हुजूम देखकर, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद थे।
मुख्तार अंसारी का जन्म 1963 में हुआ था। वह पांच बार विधायक रहे और एक बार सांसद भी रहे। उन पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे। 2005 में, उन्होंने बसपा में शामिल होकर राजनीति में शुरुआत की थी। 2020 में, उन्हें गंभीर बीमारी के कारण दिल्ली की तिहाड़ जेल से पंजाब के रोपड़ जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। 29 मार्च 2024 को, उनका निधन हो गया।
मुख्तार अंसारी के जनाजे के दौरान, उनके परिवार के सदस्यों, समर्थकों और राजनीतिक नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके बेटे अब्बास अंसारी ने कहा कि उनके पिता एक "जननायक" थे और उन्होंने हमेशा गरीबों और दलितों के लिए लड़ाई लड़ी।
मुख्तार अंसारी का निधन, पूर्वांचल की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। वह एक विवादास्पद व्यक्ति थे, लेकिन उनके समर्थकों की संख्या भी काफी थी। उनके निधन के बाद, उनकी राजनीतिक विरासत को लेकर बहस जारी रहने की संभावना है।