सुप्रीम कोर्ट में कोवीशील्ड वैक्सीन की जांच की मांग
- In मुख्य समाचार 1 May 2024 5:08 PM IST
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में भारत में इस्तेमाल हो रही कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड की जांच के लिए एक याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में कहा गया है कि वैक्सीन के दुष्प्रभावों की जांच के लिए एक विशेषज्ञ पैनल का गठन किया जाना चाहिए।
यह याचिका एडवोकेट विशाल तिवारी ने दायर की है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि अगर वैक्सीन लगने के बाद किसी को नुकसान होता है, तो उन्हें मुआवजा देने का प्रावधान होना चाहिए।
कोवीशील्ड भारत में इस्तेमाल होने वाली पहली कोरोना वैक्सीन है। इसे पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा विकसित किया गया है। यह वैक्सीन ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के फॉर्मूला पर आधारित है।
हाल ही में, एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटिश अदालत में स्वीकार किया है कि उनकी वैक्सीन के कुछ गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इन दुष्प्रभावों में थ्रॉम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) शामिल है, जिसके कारण शरीर में रक्त के थक्के बन सकते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या कम हो सकती है।
सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर कितनी जल्दी सुनवाई करेगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
कोवीशील्ड वैक्सीन के दुष्प्रभावों की जांच के लिए विशेषज्ञ पैनल का गठन किया जाए। वैक्सीन लगने के बाद हुए नुकसान के लिए मुआवजे का प्रावधान हो।
कोवीशील्ड भारत में इस्तेमाल होने वाली पहली कोरोना वैक्सीन है। एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि उनकी वैक्सीन के गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं।