शनिवार को अपनाएं ये खास उपाय, मिलेंगे न्याय के देवता का आशीर्वाद
- In मुख्य समाचार 14 Dec 2024 2:05 PM IST
शनिवार का दिन विशेष रूप से शनिदेव की पूजा और उपायों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन को लेकर धार्मिक शास्त्रों में कई प्रकार के उपायों का उल्लेख है, जिन्हें अपनाने से शनिदेव की कृपा प्राप्त की जा सकती है। कहा जाता है कि अगर व्यक्ति शनिवार को कुछ विशेष उपाय करता है तो उसे न केवल शनि के कष्टों से मुक्ति मिलती है, बल्कि उसके जीवन में सुख-समृद्धि और न्याय का वास भी होता है।
शनिदेव का संबंध कर्मों से होता है, और वे न्याय के देवता माने जाते हैं। इस दिन अगर कुछ सरल उपायों को सही ढंग से किया जाए तो यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। इन उपायों से न केवल शनि दोष से छुटकारा मिलता है, बल्कि सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में भी न्याय और समानता का संतुलन स्थापित होता है।
शनिवार के दिन अपनाए जाने वाले उपाय:
1. शनि मंत्र का जाप: शनिवार को शनि मंत्र "ॐ शं शनैश्चराय नमः" का 108 बार जाप करें। इससे शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली कष्टों की निवारण होती है।
2. काले तिल का दान: शनिवार को काले तिल, उड़द की दाल, और सरसों के तेल का दान करना बहुत लाभकारी होता है। यह उपाय शनि के दुष्प्रभाव से बचाव करता है और पुण्य अर्जित करने का एक श्रेष्ठ तरीका है।
3. पीपल के वृक्ष की पूजा: शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक लगाना और उसकी पूजा करना शनि के प्रभाव को कम करता है। इसे रोज़ाना करने से शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
4. काले वस्त्र पहनें: शनिवार के दिन काले वस्त्र पहनना भी शनिदेव की आराधना का एक रूप है। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जिनका शनि से संबंधित कोई दोष हो।
5. हाथी के चित्र पर चांदी चढ़ाना: शनिवार को हाथी के चित्र या मूर्ति पर चांदी चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। यह उपाय विशेष रूप से धन और समृद्धि के लिए प्रभावी है।
इन उपायों को नियमित रूप से करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के जीवन में खुशहाली और सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है। शनिदेव का आशीर्वाद मिलने से न केवल व्यक्ति को न्याय मिलता है, बल्कि उसे अपने कर्मों का फल भी सही रूप से प्राप्त होता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।