रविवार को पंचमी तिथि का समय और शुभ मुहूर्त, जानें राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

02 फरवरी 2025 को पंचांग के अनुसार, रविवार को पंचमी तिथि का खास महत्व रहेगा। यह दिन विशेष रूप से उन भक्तों के लिए शुभ होगा, जो धार्मिक कार्यों और पूजा-अर्चना की योजना बना रहे हैं। इस दिन का समय और विशेष मुहूर्त जानना बेहद आवश्यक है, ताकि आप अपने कार्यों को सही समय पर और सही तरीके से कर सकें।
पंचमी तिथि का समय
02 फरवरी 2025 को पंचमी तिथि का प्रारंभ सुबह 02:41 बजे से होगा और इसका समापन 03 फरवरी 2025 को दोपहर 12:09 बजे तक रहेगा। यह तिथि विशेष रूप से सरस्वती पूजा और विद्या की देवी की पूजा के लिए उत्तम मानी जाती है। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा विधिपूर्वक करने से ज्ञान, विद्या, और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
शुभ मुहूर्त
रविवार को पंचमी तिथि के दिन किए गए पूजा कार्यों के लिए विशेष मुहूर्त की जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है। विशेष रूप से पूजा के लिए सबसे उत्तम समय सूर्योदय के बाद और मध्याह्न काल (दोपहर) में रहेगा।
सूर्योदय समय: 06:50 बजे
सूर्यास्त समय: 18:15 बजे
राहुकाल
राहुकाल वह समय होता है, जब किसी भी शुभ कार्य को करना वर्जित माना जाता है। 02 फरवरी 2025 को राहुकाल का समय सुबह 10:30 बजे से 12:00 बजे तक रहेगा। इस समय में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से बचें।
विशेष दिन के अवसर पर पूजा के उपाय
पंचमी तिथि पर विशेष रूप से देवी सरस्वती की पूजा, गायन, लेखन और शिक्षा के कार्यों के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। इस दिन यदि कोई विद्यार्थी या संगीतकार अपनी कला में आगे बढ़ने की कामना करते हुए पूजा करता है तो उसे विशेष लाभ मिलता है।
02 फरवरी 2025 को पंचमी तिथि विशेष महत्व रखती है, और इस दिन किए गए कार्यों का फल निश्चित रूप से शुभ होगा, बशर्ते आप इसे सही मुहूर्त में करें। राहुकाल से बचते हुए सूर्योदय के बाद और मध्याह्न के समय में पूजा करना अधिक फलदायी रहेगा।
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