फाल्गुन पूर्णिमा 2025 14 मार्च को भगवान विष्णु की पूजा, गंगा चालीसा पाठ और व्रत से मिलेगा अक्षय पुण्य

फाल्गुन पूर्णिमा 2025 14 मार्च को भगवान विष्णु की पूजा, गंगा चालीसा पाठ और व्रत से मिलेगा अक्षय पुण्य
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हिंदू धर्म में फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि को अत्यंत शुभ और पवित्र माना गया है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा करने, व्रत रखने और धार्मिक अनुष्ठान संपन्न करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है और जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है। 2025 में फाल्गुन पूर्णिमा का पर्व 14 मार्च को मनाया जाएगा। इसी दिन रंगों के उत्सव होली (Holi 2025) का आयोजन भी होगा, जिससे इस तिथि का महत्व और बढ़ जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, इस दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य और गंगा चालीसा का पाठ करने से न केवल कष्टों का निवारण होता है, बल्कि मोक्ष प्राप्ति के मार्ग भी खुलते हैं।

फाल्गुन पूर्णिमा 2025 का शुभ महत्व

फाल्गुन पूर्णिमा को विशेष धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उत्तम माना जाता है। इस दिन की गई पूजा और व्रत से मनुष्य को न केवल वर्तमान जीवन में सुख-समृद्धि मिलती है, बल्कि अगले जन्म के लिए भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए यह दिन अत्यंत फलदायी होता है।

फाल्गुन पूर्णिमा 2025 – तिथि और शुभ मुहूर्त

पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 13 मार्च 2025 को रात्रि में

पूर्णिमा तिथि समाप्त: 14 मार्च 2025 को रात्रि में

होली का पर्व: 14 मार्च 2025

(सटीक समय स्थान के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।)

इस दिन किए जाने वाले प्रमुख धार्मिक कार्य

1. भगवान विष्णु की पूजा और व्रत

फाल्गुन पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। विधिपूर्वक व्रत रखने और श्री हरि की आराधना करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है।

2. गंगा स्नान और दान-पुण्य

इस दिन गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यदि नदी स्नान संभव न हो तो घर में ही गंगाजल डालकर स्नान किया जा सकता है। स्नान के बाद जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।

3. गंगा चालीसा का पाठ

गंगा चालीसा का पाठ इस दिन विशेष फलदायी होता है। मान्यता है कि गंगा जी के महात्म्य का पाठ करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं, कष्टों का नाश होता है और व्यक्ति को मोक्ष प्राप्ति का अवसर मिलता है। गंगा जल का छिड़काव घर में करने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।

4. होलिका दहन और बुरी शक्तियों का नाश

14 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। मान्यता है कि इस दिन अग्नि में आहुति देने से नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाती हैं और घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

फाल्गुन पूर्णिमा का ज्योतिषीय महत्व

फाल्गुन पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण अवस्था में होता है, जिससे मनोबल और सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है। इस दिन किए गए धार्मिक अनुष्ठान व्यक्ति के मानसिक और आध्यात्मिक विकास में सहायक होते हैं।

फाल्गुन पूर्णिमा 2025 का यह शुभ दिन जीवन में सकारात्मकता लाने और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए उत्तम है। इस दिन व्रत रखने, गंगा स्नान करने, गंगा चालीसा का पाठ करने और दान-पुण्य करने से जीवन के सभी कष्टों का निवारण होता है और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। इस दिन होलिका दहन के साथ नकारात्मकता का अंत कर, होली के रंगों में आनंद और उल्लास का अनुभव किया जा सकता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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