रथ सप्तमी 2025, भगवान सूर्य की उपासना से मिलेगा सुख, समृद्धि और आरोग्य
माघ शुक्ल सप्तमी का दिन सूर्य उपासना के लिए विशेष माना जाता है। इस तिथि को रथ सप्तमी कहा जाता है, जो भगवान सूर्य देव को समर्पित होती है। यह पर्व न केवल धार्मिक बल्कि स्वास्थ्य और ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान सूर्य अपने रथ पर सवार होकर उत्तरायण में प्रवेश करते हैं और पृथ्वी पर जीवनदायिनी ऊर्जा का संचार करते हैं।
आइए जानते हैं रथ सप्तमी 2025 का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और इस दिन किए जाने वाले विशेष उपाय, जिससे जीवन में सकारात्मकता, आरोग्य और समृद्धि का संचार हो सकता है।
रथ सप्तमी 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त
रथ सप्तमी व्रत 6 फरवरी 2025 (गुरुवार) को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान सूर्य की आराधना करने से आयु, आरोग्य, धन और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
तिथि प्रारंभ: 6 फरवरी 2025 को प्रातः 04:30 बजे
तिथि समाप्त: 7 फरवरी 2025 को प्रातः 06:15 बजे
🔆 स्नान एवं सूर्य पूजा का शुभ समय: प्रातः 5:00 से 7:00 बजे (अत्यंत शुभ)
रथ सप्तमी का महत्व
रथ सप्तमी को सूर्य जयंती भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन सूर्य देव के जन्मोत्सव के रूप में भी पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान सूर्य इस दिन अपने सात घोड़ों वाले रथ पर सवार होकर पूरे ब्रह्मांड में ऊर्जा और प्रकाश का विस्तार करते हैं।
रथ सप्तमी व्रत एवं पूजा विधि
1. स्नान और संकल्प:
. प्रातःकाल सूर्योदय से पूर्व पवित्र नदियों, जलाशयों या घर पर स्नान करें।
. स्नान के जल में गंगाजल मिलाकर "ॐ सूर्याय नमः" मंत्र का उच्चारण करें।
. सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने का विशेष महत्व होता है।
2. सूर्य देव की पूजा:
. तांबे के कलश में जल, लाल फूल, चावल, अक्षत और गुड़ डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
. सूर्य मंत्र "ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः" का जाप करें।
. लाल वस्त्र, गुड़, तांबे का सामान, गेहूं और जौ का दान करें।
3. रथ सप्तमी की विशेष कथा:
. इस दिन सूर्य देव की कथा सुनने और उनके गुणों का ध्यान करने से पुण्य फल प्राप्त होता है।
. कथा के अनुसार, एक राजा की संतान काफी बीमार रहती थी। ऋषियों के कहने पर उसने रथ सप्तमी का व्रत किया, जिससे उसका स्वास्थ्य सुधर गया और जीवन में सुख-समृद्धि आई।
4. भोग और प्रसाद:
. इस दिन गुड़, तिल, चावल और खीर का प्रसाद बनाकर भगवान सूर्य को अर्पित करें।
. घर के सभी सदस्यों को इस प्रसाद का सेवन करना चाहिए।
रथ सप्तमी पर करने योग्य विशेष उपाय
✔ स्वास्थ्य लाभ के लिए:
प्रातः काल सूर्य को जल चढ़ाएं और 7 बार परिक्रमा करें।
रोगों से मुक्ति के लिए "आदित्य हृदय स्तोत्र" का पाठ करें।
✔ धन और समृद्धि के लिए:
इस दिन गुड़, तांबा, लाल वस्त्र और अनाज का दान करें।
सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें, जिससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
✔ करियर और शिक्षा में सफलता के लिए:
सूर्य देव की कृपा पाने के लिए विद्यार्थियों को रथ सप्तमी के दिन 108 बार "ॐ घृणिः सूर्याय नमः" मंत्र का जाप करना चाहिए।
रथ सप्तमी 2025: व्रत के लाभ
✅ स्वास्थ्य में सुधार और रोगों से मुक्ति
✅ आर्थिक स्थिति मजबूत होने के संकेत
✅ करियर और शिक्षा में सफलता
✅ सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति
✅ घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का वास
रथ सप्तमी 2025 का पर्व सूर्य देव की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष अवसर प्रदान करता है। इस दिन विधिपूर्वक व्रत, पूजन और दान करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और व्यक्ति को स्वास्थ्य, समृद्धि तथा सफलता का वरदान प्राप्त होता है। यदि आप अपने जीवन में सूर्य देव की कृपा चाहते हैं, तो इस पावन अवसर पर श्रद्धा और समर्पण के साथ उनकी आराधना अवश्य करें।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुति पर आधारित है | पब्लिक खबर इसमें दी गयी जानकारी और तथ्यों की सत्यता और संपूर्णता की पुष्टि नहीं करता है |