शनि-राहु के संयोग से बनेगा पिशाच योग, जानें इसका प्रभाव और बचाव के उपाय

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के संयोग से विभिन्न प्रकार के योग बनते हैं, जिनका असर सभी राशियों पर पड़ता है। 29 मार्च 2025 को एक विशेष खगोलीय घटना घटित होने जा रही है, जब शनि देव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस गोचर के साथ ही राहु की उपस्थिति के कारण पिशाच योग का निर्माण होगा। यह योग 18 मई 2025 तक प्रभावी रहेगा। शनि और राहु का यह संयोग कुछ राशियों के लिए अशुभ संकेत लेकर आ सकता है, जिससे जीवन में कठिनाइयाँ बढ़ सकती हैं।
क्या है पिशाच योग और इसका प्रभाव?
पिशाच योग तब बनता है जब शनि और राहु एक विशेष स्थिति में आते हैं। यह योग जीवन में मानसिक तनाव, आर्थिक परेशानियाँ और निर्णय लेने में कठिनाई उत्पन्न कर सकता है। इस दौरान किसी भी प्रकार के बड़े फैसले लेने में सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि गलत निर्णय नुकसानदायक साबित हो सकता है। खासतौर पर वे लोग जिन्हें पहले से ही शनि की साढ़े साती या ढैय्या का सामना करना पड़ रहा है, उन्हें अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता होगी।
किन राशियों पर पड़ेगा सबसे अधिक प्रभाव?
शनि और राहु के संयोग से बनने वाला यह दुर्लभ योग कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से कठिन हो सकता है—
मेष राशि: कार्यस्थल पर चुनौतियाँ और निर्णय लेने में असमंजस।
सिंह राशि: आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव और निवेश में सतर्कता जरूरी।
तुला राशि: पारिवारिक जीवन में तनाव और सेहत संबंधी दिक्कतें।
मकर राशि: करियर में बाधाएँ और महत्वपूर्ण योजनाओं में देरी हो सकती है।
पिशाच योग से बचने के उपाय
* शनि और राहु के उपाय: हर शनिवार शनि मंत्र का जाप करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
* दान करें: जरूरतमंदों को काले तिल, कंबल और सरसों का तेल दान करना लाभकारी रहेगा।
* भगवान शिव की उपासना करें: शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाएँ, जिससे नकारात्मक प्रभाव कम होगा।
* नकारात्मक ऊर्जा से बचें: शनिवार और मंगलवार को पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।
29 मार्च से 18 मई तक प्रभावी रहने वाला पिशाच योग कई राशियों के लिए चुनौतियाँ लेकर आ सकता है। हालाँकि, उचित उपाय और सकारात्मक सोच अपनाकर इस कठिन समय को आसानी से पार किया जा सकता है। ज्योतिषीय सलाह के अनुसार यदि नियमित पूजा-पाठ और ध्यान किया जाए तो इस योग का प्रभाव कम किया जा सकता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।