आज शीतला अष्टमी पर अपनाएं ये विशेष उपाय, मिलेगी हर कार्य में सफलता और दूर होंगी सभी परेशानियां

आज शीतला अष्टमी पर अपनाएं ये विशेष उपाय, मिलेगी हर कार्य में सफलता और दूर होंगी सभी परेशानियां
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हिंदू धर्म में शीतला अष्टमी का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन मां शीतला की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सभी प्रकार की परेशानियों का अंत होता है। इस साल शीतला अष्टमी शनिवार को पड़ रही है, जो इसे और भी खास बना देती है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन व्रत करने और कुछ विशेष उपायों को अपनाने से जीवन में आने वाली बाधाएं समाप्त होती हैं और हर कार्य में सफलता मिलती है।

आइए जानते हैं शीतला अष्टमी के महत्व, पूजा विधि और उन खास उपायों के बारे में जो इस दिन आपको हर संकट से मुक्ति दिला सकते हैं।

शीतला अष्टमी का महत्व

शीतला अष्टमी देवी शीतला को समर्पित पर्व है, जिन्हें बीमारियों से मुक्ति दिलाने वाली देवी माना जाता है। खासतौर पर चेचक, त्वचा रोग, संक्रामक बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के लिए इस दिन माता की पूजा की जाती है।

इस दिन व्रत रखने और मां शीतला को बासी भोजन (ठंडा खाना) अर्पित करने की परंपरा है, जिसे बसोड़ा कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन बासी भोजन करने से शीतला माता की कृपा बनी रहती है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।

शीतला अष्टमी की पूजा विधि

. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

. शीतला माता की प्रतिमा या चित्र के सामने घी का दीपक जलाएं।

. माता को बासी भोजन, मीठा, दही और पूड़ी का भोग लगाएं।

. शीतला माता के मंत्र का जाप करें और उनसे रोग-व्याधि से मुक्ति की प्रार्थना करें।

. जरूरतमंद लोगों को अन्न और वस्त्र का दान करें।

शीतला अष्टमी पर अपनाएं ये विशेष उपाय

1. कार्य में सफलता के लिए उपाय

यदि आप अपने कार्यों में लगातार असफल हो रहे हैं या मेहनत का उचित फल नहीं मिल रहा है, तो शीतला अष्टमी के दिन मां शीतला को दही और मिश्री का भोग अर्पित करें। इसके बाद एक नारियल लें, उस पर लाल कलावा बांधें और मां शीतला के चरणों में रखकर सफलता की प्रार्थना करें। फिर इस नारियल को घर के पूजा स्थल पर रख दें।

2. पारिवारिक कलह दूर करने के लिए उपाय

अगर परिवार में अक्सर झगड़े होते रहते हैं और मानसिक शांति भंग हो रही है, तो शीतला अष्टमी के दिन परिवार के सभी सदस्य माता के मंदिर जाकर एकसाथ पूजा करें। पूजा के बाद बासी रोटियां गरीबों या पशु-पक्षियों को खिलाएं। इससे पारिवारिक विवाद समाप्त होंगे और घर में सुख-शांति बनी रहेगी।

3. बीमारियों से बचाव के लिए उपाय

शीतला माता को रोगों की देवी माना जाता है। यदि परिवार में कोई व्यक्ति बार-बार बीमार हो रहा है, तो शीतला अष्टमी के दिन सुबह स्नान के बाद नीम की पत्तियों से घर का शुद्धिकरण करें। इसके अलावा गाय के घी का दीपक जलाकर शीतला माता की आरती करें।

4. आर्थिक तंगी दूर करने के लिए उपाय

अगर आपके जीवन में आर्थिक संकट बना हुआ है, तो शीतला अष्टमी के दिन मां शीतला को 7 प्रकार के अनाज अर्पित करें और उसके बाद उन अनाजों को किसी जरूरतमंद को दान कर दें। ऐसा करने से घर में धन की वृद्धि होगी और आर्थिक परेशानियां दूर होंगी।

5. संतान सुख के लिए उपाय

जो महिलाएं संतान प्राप्ति की इच्छा रखती हैं, उन्हें शीतला अष्टमी के दिन मंदिर में जाकर मां शीतला को हल्दी और चूड़ी अर्पित करनी चाहिए। इसके अलावा, 5 कन्याओं को भोजन कराकर दक्षिणा दें। इससे शीघ्र संतान सुख प्राप्त होता है।

क्या न करें?

❌ शीतला अष्टमी के दिन चूल्हा जलाना वर्जित माना जाता है। इस दिन बासी भोजन का ही सेवन किया जाता है।

❌ गुस्सा, क्रोध और झगड़े से बचें, वरना पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलेगा।

❌ इस दिन किसी को अपशब्द न कहें और दूसरों का अपमान न करें।

❌ सफाई का विशेष ध्यान रखें, ताकि घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश न कर सके।

शीतला अष्टमी का व्रत और पूजन करने से बीमारियों, आर्थिक तंगी, पारिवारिक कलह और कार्यों में बाधाओं से छुटकारा मिलता है। यदि इस दिन कुछ विशेष उपाय अपनाए जाएं, तो जीवन में सफलता, सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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