सूर्य-मंगल युति 2025 7 फरवरी को बनेगा षडाष्टक योग, इन 3 राशियों के लिए खुलेगा भाग्य के द्वार

सूर्य-मंगल युति 2025 7 फरवरी को बनेगा षडाष्टक योग, इन 3 राशियों के लिए खुलेगा भाग्य के द्वार
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वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की युति और उनका गोचर हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है। इसी क्रम में 7 फरवरी 2025 को सूर्य और मंगल की विशेष युति बनने जा रही है। जब ये दोनों ग्रह एक ही राशि में एक साथ आते हैं, तो इसे षडाष्टक योग कहा जाता है। यह शक्तिशाली योग कुछ राशियों के लिए भाग्यवर्धक सिद्ध होता है और उनके जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार करता है।

सूर्य-मंगल युति का ज्योतिषीय महत्व:

सूर्य आत्मा, नेतृत्व, और अधिकार का प्रतीक है, जबकि मंगल ऊर्जा, साहस और पराक्रम का प्रतिनिधित्व करता है। जब ये दोनों ग्रह एक साथ आते हैं, तो व्यक्ति में आत्मविश्वास, निर्णय क्षमता और नेतृत्व गुणों का विकास होता है। इस युति से बनने वाला षडाष्टक योग विशेष रूप से धन, करियर, और स्वास्थ्य से जुड़े मामलों में असर डालता है।

सूर्य-मंगल युति का समय:

तारीख: 7 फरवरी 2025

राशि में युति: (सटीक राशि विवरण पंचांग के अनुसार अपडेट किया जा सकता है)

प्रभाव अवधि: युति बनने के बाद इसका प्रभाव कुछ हफ्तों तक रहेगा।

इन 3 राशियों के लिए बेहद शुभ सिद्ध होगा षडाष्टक योग:

1. मेष राशि (Aries):

लाभ: मेष राशि के स्वामी स्वयं मंगल हैं, इसलिए यह युति आपके लिए अत्यंत लाभकारी रहेगी। करियर में तेजी से उन्नति होगी, नई जिम्मेदारियां मिलेंगी, और नेतृत्व के अवसर प्राप्त होंगे।

उपाय: हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें और मंगलवार को लाल वस्त्र दान करें।

2. सिंह राशि (Leo):

लाभ: सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं, इसलिए यह युति आपके लिए भाग्य के द्वार खोल सकती है। वित्तीय मामलों में प्रगति होगी और निवेश के अच्छे अवसर मिल सकते हैं।

उपाय: सूर्य को अर्घ्य दें और आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें।

3. धनु राशि (Sagittarius):

लाभ: आपके लिए यह योग आत्मविश्वास और साहस बढ़ाने वाला साबित होगा। विदेश यात्रा या उच्च शिक्षा के अवसर बन सकते हैं।

उपाय: गुरुवार के दिन पीले वस्त्र पहनें और गुरु से संबंधित दान करें।

अन्य राशियों पर प्रभाव:

हालांकि यह योग तीन राशियों के लिए विशेष रूप से शुभ है, लेकिन अन्य राशियों पर भी इसका मिश्रित प्रभाव देखा जा सकता है। कुछ के लिए यह ऊर्जा और उत्साह लेकर आएगा, तो कुछ को क्रोध और अधीरता से बचने की सलाह दी जाएगी।

सावधानियां और उपाय:

* इस अवधि में धैर्य बनाए रखें और जल्दबाजी में निर्णय न लें।

* सूर्य और मंगल के मंत्रों का जाप करें जैसे – “ॐ सूर्याय नमः” और “ॐ अंगारकाय नमः”।

* लाल वस्त्र, तांबा, मसूर दाल का दान शुभ माना जाता है।

सूर्य-मंगल की युति से बनने वाला षडाष्टक योग एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है, जिसका प्रभाव जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ता है। यदि इसे सकारात्मक तरीके से लिया जाए और उचित उपाय किए जाएं, तो यह योग आपके जीवन में सफलता और समृद्धि के नए अवसर ला सकता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुति पर आधारित है | पब्लिक खबर इसमें दी गयी जानकारी और तथ्यों की सत्यता और संपूर्णता की पुष्टि नहीं करता है |

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