मार्च में सूर्य गोचर 2025, 14 मार्च से बदलेगी ग्रहों की स्थिति, जानें खरमास की शुरुआत और प्रभाव

सूर्य देव का राशि परिवर्तन ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह परिवर्तन जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव डालता है। मार्च 2025 में सूर्य, 14 मार्च को संध्या 6:34 बजे कुंभ राशि को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस गोचर के साथ ही खरमास आरंभ हो जाएगा, जो धार्मिक और मांगलिक कार्यों पर असर डालेगा।
सूर्य का मीन राशि में प्रवेश और खरमास की शुरुआत
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य जब बृहस्पति की राशि मीन में प्रवेश करते हैं तो यह बदलाव विशेष रूप से धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। सूर्य का यह गोचर 14 मार्च 2025 को संध्याकाल में होगा, जिससे खरमास प्रारंभ हो जाएगा। इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन और अन्य शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है।
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश और आगे का गोचर
खरमास के दौरान सूर्य देव 18 मार्च 2025 को उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इस नक्षत्र का संबंध गूढ़ ज्ञान, आध्यात्मिकता और तपस्या से होता है। इस अवधि में दान-पुण्य, उपासना और साधना का विशेष महत्व होता है।
इसके बाद, 13 अप्रैल 2025 को सूर्य देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर अत्यंत शुभ माना जाता है क्योंकि सूर्य मेष राशि में उच्च स्थिति में रहते हैं, जिससे ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार होता है। इस दिन से खरमास समाप्त हो जाएगा और मांगलिक कार्यों की पुनः शुरुआत होगी।
सूर्य गोचर का राशियों पर प्रभाव
1. मेष, सिंह और वृश्चिक राशि के जातकों को करियर में उन्नति मिलेगी।
2. वृषभ, कन्या और मकर राशि के जातकों को स्वास्थ्य और वित्तीय मामलों में सावधानी बरतने की जरूरत होगी।
3. मिथुन, तुला और कुंभ राशि वालों के लिए यह समय आध्यात्मिक उन्नति और आत्मचिंतन के लिए उत्तम रहेगा।
4. कर्क, धनु और मीन राशि वालों को पारिवारिक जीवन में सुखद बदलाव देखने को मिलेगा।
क्या करें और क्या न करें?
✅ करें:
* भगवान विष्णु की पूजा करें और ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें।
* दान-पुण्य करें, विशेषकर जरूरतमंदों को अन्न और वस्त्र दान करें।
* मानसिक शांति और आत्मचिंतन के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
❌ न करें:
* इस अवधि में विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण और अन्य शुभ कार्यों से बचें।
* अहंकार और गुस्से से दूर रहें, यह आपके संबंधों में दरार ला सकता है।
* अनावश्यक व्यय से बचें, यह आर्थिक अस्थिरता का कारण बन सकता है।
सूर्य का मीन राशि में प्रवेश और खरमास की शुरुआत धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से एक महत्वपूर्ण घटना है। इस दौरान शुभ कार्यों पर रोक लगती है, लेकिन आत्मचिंतन, उपासना और आध्यात्मिक उन्नति के लिए यह समय अनुकूल होता है। 13 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के साथ ही शुभ कार्यों की पुनः शुरुआत होगी और जीवन में नई ऊर्जा का संचार होगा।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।