बुधवार को त्रयोदशी तिथि का समय, जानें शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त की जानकारी

बुधवार को त्रयोदशी तिथि का समय, जानें शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त की जानकारी
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हिंदू पंचांग के अनुसार, त्रयोदशी तिथि का विशेष महत्व होता है। इस तिथि को भगवान शिव की आराधना के लिए उत्तम माना जाता है, खासकर प्रदोष व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह दिन अत्यंत शुभ होता है। इस बार बुधवार को पड़ने वाली त्रयोदशी तिथि के दौरान पूजा-पाठ और दान-पुण्य का विशेष महत्व बताया गया है। आइए जानते हैं इस दिन का सटीक समय, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त की जानकारी।

त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ और समापन समय

त्रयोदशी तिथि का आरंभ बुधवार को प्रातःकाल से हो जाएगा और यह दिनभर रहेगी। तिथि की समाप्ति का समय हिंदू पंचांग के अनुसार अगले दिन सुबह तक रहेगा। ऐसे में भक्तजन इस तिथि के दौरान भगवान शिव की पूजा और व्रत के लिए उचित समय का ध्यान रखें।

शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

त्रयोदशी तिथि के दौरान संध्या काल में प्रदोष काल का महत्व अधिक होता है। इस समय में भगवान शिव का अभिषेक करने से विशेष फल प्राप्त होता है। इसके अलावा इस दिन शिव मंत्रों का जाप, रुद्राभिषेक और व्रत कथा का पाठ करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

इस दिन सूर्योदय और सूर्यास्त का सटीक समय भी ज्ञात करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए सूर्योदय और प्रदोष काल का विशेष महत्व होता है। भक्तों को चाहिए कि वे अपने स्थान के अनुसार सूर्योदय-सूर्यास्त का समय पंचांग से देखकर शुभ कार्य करें।

इस दिन का महत्व और लाभ

त्रयोदशी तिथि का संबंध भगवान शिव से होने के कारण यह दिन शिव भक्ति के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इस दिन किए गए दान, पूजा और व्रत से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। विशेष रूप से जो लोग कर्ज मुक्ति, स्वास्थ्य लाभ और सुख-शांति की कामना करते हैं, उनके लिए यह दिन अत्यंत फलदायी होता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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