उत्तर दिशा में इन वस्तुओं को रखने से बचें, वरना हो सकता है वास्तु दोष!

वास्तु शास्त्र में प्रत्येक दिशा का विशेष महत्व होता है, और हर दिशा का प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। उत्तर दिशा को धन, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है, क्योंकि यह दिशा धन के देवता भगवान कुबेर से जुड़ी हुई है। इस दिशा में उचित तरीके से वास्तु नियमों का पालन करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है, लेकिन कुछ गलतियां या अनुचित वस्तुएं रखने से वास्तुदोष उत्पन्न हो सकता है, जिससे जीवन में परेशानियां आ सकती हैं।
उत्तर दिशा का महत्व
वास्तु के अनुसार, उत्तर दिशा को बेहद शुभ और ऊर्जा का केंद्र माना जाता है। यह दिशा घर के आर्थिक पक्ष को मजबूत बनाती है और परिवार में खुशहाली बनाए रखती है। इस दिशा में यदि सही वस्तुएं रखी जाएं और सजावट की जाए, तो धन-वैभव में वृद्धि होती है। खासकर, इस दिशा में पूजा स्थान या जल से जुड़ी चीजें रखना अत्यंत लाभकारी होता है।
उत्तर दिशा में न रखें ये वस्तुएं
भारी फर्नीचर या अलमारी
उत्तर दिशा को खुला और हवादार रखना चाहिए। यदि इस दिशा में भारी फर्नीचर, लोहे की अलमारी, तिजोरी या बड़े-बड़े शोपीस रखे जाएं, तो यह धन के प्रवाह को बाधित कर सकता है। इससे घर में आर्थिक तंगी और वित्तीय अस्थिरता आ सकती है।
गंदगी और टूटी-फूटी वस्तुएं
किसी भी दिशा में गंदगी रखना वास्तु दोष उत्पन्न करता है, लेकिन उत्तर दिशा में विशेष रूप से सफाई का ध्यान रखना चाहिए। यहां टूटी-फूटी चीजें, अनुपयोगी सामान या कचरा जमा करना बेहद अशुभ माना जाता है। इससे परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
अग्नि से संबंधित वस्तुएं
उत्तर दिशा जल तत्व का प्रतिनिधित्व करती है, इसलिए इस स्थान पर अग्नि तत्व वाली चीजें जैसे गैस चूल्हा, इलेक्ट्रिक सामान, हीटर या लाल रंग की वस्तुएं रखना वास्तु दोष को जन्म दे सकता है। इससे परिवार में कलह, मानसिक तनाव और आर्थिक संकट की संभावना बढ़ जाती है।
बंद घड़ी या खराब इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
उत्तर दिशा में बंद पड़ी घड़ी या खराब इलेक्ट्रॉनिक सामान रखना धन हानि का संकेत देता है। वास्तु के अनुसार, यह स्थिति आपके जीवन में ठहराव और नकारात्मकता को बढ़ावा देती है। इसलिए इस दिशा में केवल सही रूप से काम करने वाली घड़ियां और उपयोगी वस्तुएं ही रखें।
मृत पौधे या कांटेदार पौधे
इस दिशा में सूखे या मृत पौधे, कांटेदार पौधे या बोंसाई रखना अशुभ होता है। ये चीजें नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं और घर के सदस्यों के करियर, आर्थिक स्थिति और मानसिक शांति पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं।
क्या करें उत्तर दिशा को शुभ बनाने के लिए?
* इस दिशा में हल्के रंगों का प्रयोग करें, खासकर सफेद, हल्का नीला और हरा रंग।
* ताजे और हरे-भरे पौधे लगाएं, विशेष रूप से तुलसी, मनी प्लांट या बांस का पौधा।
* जल से संबंधित चीजें जैसे फव्वारा, जल पात्र या पानी का कोई स्रोत उत्तर दिशा में रखना शुभ होता है।
* इस दिशा में कुबेर यंत्र या लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाना अत्यंत लाभकारी होता है।
उत्तर दिशा वास्तु शास्त्र में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि यह समृद्धि और सफलता से जुड़ी होती है। यदि इस दिशा में सही वस्तुएं रखी जाएं और अनावश्यक या नकारात्मक वस्तुओं को हटाया जाए, तो जीवन में आर्थिक उन्नति और मानसिक शांति बनी रहती है। इसलिए, वास्तु नियमों का पालन करते हुए उत्तर दिशा को संतुलित और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बनाएं।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।