घर में धन हानि का कारण बन सकती हैं ये वास्तु संबंधी गलतियां, तुरंत करें सुधार

घर में धन हानि का कारण बन सकती हैं ये वास्तु संबंधी गलतियां, तुरंत करें सुधार
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वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यह न केवल हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है बल्कि आर्थिक स्थिति पर भी असर डालता है। यदि घर में वास्तु दोष होते हैं तो धन की हानि हो सकती है, आय में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं और आर्थिक संकट लंबे समय तक बना रह सकता है। लेकिन अगर इन गलतियों को समय रहते सुधार लिया जाए तो धन संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं उन वास्तु दोषों के बारे में, जो धन हानि का कारण बन सकते हैं और उन्हें ठीक करने के उपाय।

1. मुख्य द्वार की गलत दिशा से हो सकती है आर्थिक परेशानी

घर का मुख्य द्वार किसी भी स्थान का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि मुख्य द्वार गलत दिशा में स्थित है या उसके पास कचरा जमा रहता है, तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है, जिससे आर्थिक हानि हो सकती है। मुख्य द्वार को साफ-सुथरा और बाधा मुक्त रखना बेहद जरूरी है। प्रवेश द्वार पर मंगलकारी चिह्न जैसे स्वस्तिक या ॐ लगाने से भी शुभता बनी रहती है।

2. तिजोरी या धन रखने की दिशा गलत होना

धन और आभूषण रखने की जगह का सीधा संबंध व्यक्ति की समृद्धि से होता है। यदि तिजोरी या लॉकर को गलत दिशा में रखा जाए, तो इससे आर्थिक अस्थिरता आ सकती है। वास्तु के अनुसार, तिजोरी को दक्षिण दिशा में इस तरह रखना चाहिए कि उसका दरवाजा उत्तर की ओर खुले। उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता है, जिससे संपत्ति में वृद्धि होती है।

3. रसोई घर में वास्तु दोष से धन की कमी

रसोई घर का सही स्थान भी आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है। यदि किचन उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में स्थित हो, तो यह परिवार की आय में बाधा डाल सकता है। रसोई को हमेशा दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) में बनाना चाहिए और चूल्हे तथा पानी के स्थान को अलग रखना चाहिए। किचन में साफ-सफाई बनाए रखना भी आवश्यक है, क्योंकि गंदगी नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देती है।

4. घर में टूटी-फूटी चीजें नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में टूटे हुए बर्तन, फर्नीचर, शीशे, घड़ियां या अन्य चीजें रखना आर्थिक हानि का कारण बन सकता है। ऐसी वस्तुएं घर में दरिद्रता को न्योता देती हैं और घर में धन का ठहराव नहीं होने देतीं। इसलिए समय-समय पर घर में खराब वस्तुओं को निकाल देना चाहिए और अनुपयोगी सामान को दान कर देना चाहिए।

5. घर की उत्तर-पूर्व दिशा में भारी सामान रखना

उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) को वास्तु में सबसे पवित्र दिशा माना गया है। इस स्थान पर भारी सामान रखना या इस जगह को गंदा रखना आर्थिक समस्याओं का कारण बन सकता है। इस दिशा को हमेशा खाली और स्वच्छ रखना चाहिए। यहां पर भगवान की मूर्ति या तुलसी का पौधा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और धन आगमन में वृद्धि होती है।

6. टॉयलेट और बाथरूम की दिशा गलत होना

घर में शौचालय या बाथरूम की गलत दिशा भी धन हानि का कारण बन सकती है। वास्तु के अनुसार, शौचालय को कभी भी उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं बनाना चाहिए। ऐसा करने से घर के मुखिया की आय में बाधा उत्पन्न हो सकती है और कर्ज का बोझ बढ़ सकता है। यदि बाथरूम गलत दिशा में बना हो, तो वहां नमक से भरी कटोरी रखने से नकारात्मक प्रभाव कम हो सकता है।

7. घर में सूखे या कांटेदार पौधे लगाना

घर में हरे-भरे पौधे सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं, लेकिन यदि घर में कांटेदार या सूखे पौधे लगाए जाएं तो इससे धन हानि होने की संभावना रहती है। वास्तु के अनुसार, घर में तुलसी, मनी प्लांट और केले का पौधा लगाना शुभ माना जाता है, जबकि कैक्टस जैसे पौधे घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ाते हैं।

वास्तु दोष को दूर करने के लिए कुछ उपाय

* घर में नियमित रूप से गंगाजल का छिड़काव करें ताकि नकारात्मक ऊर्जा दूर हो।

* मुख्य द्वार पर स्वस्तिक, ॐ या शुभ-लाभ लिखकर सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करें।

* घर के उत्तर-पूर्व कोने को साफ-सुथरा रखें और वहां भगवान की मूर्ति स्थापित करें।

* तिजोरी को उत्तर दिशा में रखें और उसमें लाल कपड़ा बिछाकर धन रखें।

* शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करें और लाल रंग के फूल अर्पित करें।

यदि घर में वास्तु के इन नियमों का पालन किया जाए और समय रहते वास्तु दोषों को सुधार लिया जाए, तो न केवल आर्थिक समृद्धि बढ़ सकती है, बल्कि जीवन में सुख-शांति भी बनी रहती है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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