विनायक चतुर्थी 2025, 3 मार्च को करें गणपति पूजन, मिलेगी बुद्धि, धन और समृद्धि
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3 मार्च 2025 को विनायक चतुर्थी का शुभ अवसर है, जब भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। हिंदू धर्म में श्री गणेश को प्रथम पूजनीय देवता माना जाता है, जिनकी आराधना के बिना कोई भी शुभ कार्य पूर्ण नहीं होता। गणपति बप्पा को बुद्धि, सौभाग्य और समृद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत और विधिपूर्वक पूजा करने से सभी संकटों का नाश होता है और इच्छित फल की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी के महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त के बारे में।
विनायक चतुर्थी 2025 का महत्व
विनायक चतुर्थी प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है और बुद्धि का विकास होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, विनायक चतुर्थी पर गणपति की आराधना करने से न केवल आर्थिक उन्नति होती है, बल्कि व्यक्ति के जीवन से समस्त बाधाएं भी दूर होती हैं।
क्या मिलते हैं लाभ?
✔️ कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
✔️ शिक्षा और करियर में उन्नति होती है।
✔️ घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
✔️ आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
✔️ मानसिक तनाव और नकारात्मकता दूर होती है।
विनायक चतुर्थी 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त
विनायक चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 3 मार्च 2025, सुबह 06:12 बजे
विनायक चतुर्थी तिथि समाप्त: 4 मार्च 2025, सुबह 04:48 बजे
शुभ मुहूर्त:
गणेश पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय: सुबह 07:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
चंद्रोदय का समय: रात 9:27 बजे
विनायक चतुर्थी पूजा विधि
✅ स्नान और संकल्प:
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और गणेश पूजन का संकल्प लें।
✅ गणेश प्रतिमा स्थापना:
घर के पूजा स्थल में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें और उनके समक्ष दीप प्रज्वलित करें।
✅ पूजन सामग्री:
गणेश जी को लाल फूल, दूर्वा घास, मोदक, पंचामृत, नारियल, घी, कपूर, हल्दी और कुंकुम अर्पित करें।
✅ व्रत और कथा पाठ:
इस दिन व्रत रखने का विशेष महत्व है। पूजा के दौरान विनायक चतुर्थी व्रत कथा का पाठ करें।
✅ चंद्रोदय पर अर्घ्य:
रात में चंद्रमा के दर्शन कर अर्घ्य अर्पित करें और भगवान गणेश से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।
विनायक चतुर्थी के विशेष उपाय
🔹 विघ्नों से मुक्ति के लिए: गणेश जी को 21 दूर्वा अर्पित करें।
🔹 धन-वैभव बढ़ाने के लिए: पूजा में गुड़ और मोदक का भोग लगाएं।
🔹 शिक्षा और बुद्धि बढ़ाने के लिए: गणेश जी को चंदन और सफेद पुष्प चढ़ाएं।
🔹 संतान प्राप्ति के लिए: गणेश मंत्र "ॐ गं गणपतये नमः" का जाप करें।
🔹 कर्ज से मुक्ति के लिए: इस दिन श्री गणेश चालीसा का पाठ करें और निर्धनों को भोजन कराएं।
विनायक चतुर्थी व्रत कथा संक्षेप में
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार देवताओं ने भगवान गणेश से प्रार्थना की कि वे अपने भक्तों की सभी बाधाओं को दूर करें। तब भगवान गणेश ने कहा कि जो भी श्रद्धा और विश्वास के साथ विनायक चतुर्थी का व्रत करेगा, उसके जीवन के समस्त संकट समाप्त हो जाएंगे। यही कारण है कि इस दिन व्रत रखने और पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।