Home > मुख्य समाचार > महाकुम्भ 2025 बन रहा है सिटी सिविक मैनेजमेंट की नई मिसाल

महाकुम्भ 2025 बन रहा है सिटी सिविक मैनेजमेंट की नई मिसाल

महाकुम्भ 2025 बन रहा है सिटी सिविक मैनेजमेंट की नई मिसाल

प्रयागराज: महाकुम्भ मेला 2025...Anurag Tiwari

प्रयागराज: महाकुम्भ मेला 2025 में प्रयागराज ने सिटी सिविक मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक नई मिसाल स्थापित की है। इस विशाल आयोजन को अस्थायी शहर के रूप में इतनी कुशलता से तैयार किया गया है कि यह न केवल धार्मिक आयोजन के लिए, बल्कि प्रबंधन, नागरिक सेवाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के दृष्टिकोण से भी एक बेहतरीन उदाहरण बनकर उभरा है।

महाकुम्भ मेले के सफल आयोजन में प्रयागराज प्रशासन ने एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया है। इस दृष्टिकोण में सड़क निर्माण, यातायात प्रबंधन, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, सफाई व्यवस्था, जल आपूर्ति, और अन्य नागरिक सेवाओं को प्राथमिकता दी गई है। 4 महीने के अंदर 300 किमी लंबी सड़कों का निर्माण, 30 फ्लोटिंग पुलों का निर्माण, और 2,700 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों का लगना महाकुम्भ की सिटी सिविक मैनेजमेंट का प्रमाण है।
सिटी सिविक मैनेजमेंट में एआई तकनीक का उपयोग
महाकुम्भ मेले में एआई तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे भीड़ नियंत्रण, ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा को और भी प्रभावी बनाया गया है। इस तकनीक से न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है, बल्कि यातायात और ट्रैफिक को भी सुचारू रूप से नियंत्रित किया जा रहा है।
महाकुम्भ में नागरिक सेवाओं की तैयारी
प्रशासन ने महाकुम्भ में नागरिक सेवाओं की बेहतरीन तैयारियां की हैं। अस्थायी अस्पताल, 5 लाख मोतियाबिंद ऑपरेशन करने की क्षमता, और 3 लाख गरीबों को मुफ्त चश्मे देने की योजना इस प्रबंधन का हिस्सा है। साथ ही, पानी, सीवेज और सफाई जैसी आवश्यक सुविधाओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
समृद्ध और जरूरतमंद वर्ग के लिए आवास व्यवस्था
समृद्ध और जरूरतमंद दोनों वर्गों के लिए समर्पित सुविधाओं का निर्माण किया गया है। जहां एक ओर फाइव स्टार डोम्स का निर्माण हुआ है, वहीं दूसरी ओर डॉरमेट्री का भी इंतजाम किया गया है, ताकि मेले में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को उचित आवास मिल सके।
कर्मचारियों की भूमिका
महाकुम्भ मेले की सफलता में कर्मचारियों की भूमिका भी बेहद अहम रही है। कर्मचारियों ने 15-15 घंटे तक काम किया है, जिससे यह साबित होता है कि जब एक टीम समर्पित हो, तो किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है। प्रशासन का उद्देश्य इन व्यवस्थाओं को स्थायी शहरों के लिए भी एक उदाहरण बनाना है।
सिटी सिविक मैनेजमेंट का भविष्य में प्रभाव
महाकुम्भ मेले में इस सिटी सिविक मैनेजमेंट के मॉडल से यह सिद्ध होता है कि जब नगर प्रशासन प्रत्येक पहलू पर ध्यान देता है और सही दिशा में काम करता है, तो किसी भी विशाल आयोजन को कुशलतापूर्वक आयोजित किया जा सकता है। इस प्रबंधन मॉडल से देशभर के शहरों को सीखने की जरूरत है, ताकि स्थायी नगरों में भी ऐसी ही व्यवस्थाएं लागू की जा सकें।
महाकुम्भ मेला 2025 के इस सिटी सिविक मैनेजमेंट मॉडल से यह स्पष्ट होता है कि अगर नगर प्रशासन जिम्मेदारी से काम करे और योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन किया जाए, तो कोई भी आयोजन, चाहे वह अस्थायी हो या स्थायी, सफलता की ओर बढ़ सकता है। यह एक आदर्श उदाहरण है, जिसे अन्य शहरों को भी अपनाना चाहिए।

Tags:    
Share it
Top