15 जून को मिथुन राशि में बनेगा दुर्लभ त्रिग्रही योग, गुरु-सूर्य-बुध की युति से इन 3 राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ

15 जून 2025 को आकाशीय घटनाओं में एक दुर्लभ और अत्यंत प्रभावशाली संयोग बनने जा रहा है। इस दिन गुरु (बृहस्पति), सूर्य और बुध – तीनों ग्रह मिथुन राशि में एक साथ स्थित होंगे। इस विशेष खगोलीय स्थिति को त्रिग्रही योग कहा जाता है। यह योग बहुत ही विशिष्ट माना जाता है क्योंकि तीन शक्तिशाली ग्रहों की युति जब एक ही राशि में होती है, तो उसका प्रभाव कई स्तरों पर महसूस किया जाता है – व्यक्ति, समाज और वैश्विक घटनाओं तक।
इस त्रिग्रही योग का गठन 12 वर्षों के बाद हो रहा है और इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, परंतु तीन राशियां ऐसी होंगी जिन्हें विशेष रूप से शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। आइए जानते हैं इस खगोलीय मिलन का ज्योतिषीय महत्व और किन राशियों को मिलेंगे इसके सर्वाधिक लाभ।
क्या होता है त्रिग्रही योग और क्यों है यह इतना खास?
त्रिग्रही योग तब बनता है जब तीन ग्रह एक ही राशि में एक साथ आ जाते हैं। 15 जून को जब गुरु (ज्ञान और विस्तार के प्रतीक), सूर्य (आत्मबल और आत्मविश्वास का कारक) और बुध (बुद्धि, वाणी और संचार का प्रतिनिधि) एकसाथ मिथुन राशि में होंगे, तब यह संयोग मिथुन त्रिग्रही योग के रूप में जाना जाएगा।
यह योग उस समय और भी प्रभावशाली होगा क्योंकि मिथुन राशि बुध की अपनी राशि है और सूर्य यहां औसत बल में रहता है, जबकि गुरु की उपस्थिति इसे और अधिक फलदायी बना देती है। इस युति से विशेषकर बुद्धि, व्यापार, करियर, नेतृत्व और संचार से जुड़े क्षेत्रों में तेजी और सफलता के संकेत मिलते हैं।
इन तीन राशियों को मिलेगा त्रिग्रही योग का विशेष लाभ
1. मिथुन राशि (Gemini):
इस त्रिग्रही योग का सीधा असर मिथुन राशि पर ही होगा। इस राशि के जातकों के लिए यह समय नई शुरुआत, करियर में उन्नति, और आत्मविश्वास में वृद्धि का संकेत देता है। जो लोग मीडिया, लेखन, शिक्षा या वाणी संबंधी कार्यों में हैं, उनके लिए यह समय अत्यंत लाभकारी रहेगा। लंबित कार्य पूरे होंगे और नई योजनाएं सफल होंगी।
2. तुला राशि (Libra):
तुला राशि के जातकों के लिए यह योग विदेश यात्रा, उच्च शिक्षा और कानूनी मामलों में सफलता दिला सकता है। गुरु का नवम भाव में गोचर उन्हें धार्मिक प्रवृत्ति, भाग्यवृद्धि और सामाजिक प्रतिष्ठा दिला सकता है। सूर्य और बुध की संयुक्त ऊर्जा से वाणी में प्रभाव और निर्णय क्षमता में बढ़ोतरी होगी।
3. कुंभ राशि (Aquarius):
कुंभ राशि के लोगों को इस योग से प्रेम जीवन, संतान सुख और रचनात्मकता के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। गुरु पंचम भाव में शुभ फल देता है, जिससे यह समय शिक्षा, कला और प्रदर्शन के लिए श्रेष्ठ बनता है। व्यापार में नए अवसर मिल सकते हैं और किसी बड़े व्यक्ति से सहयोग मिलने की संभावना भी रहेगी।
अन्य राशियों पर भी पड़ेगा प्रभाव – सावधानी और अवसर दोनों साथ
हालांकि तीन राशियों को विशेष लाभ मिलेगा, लेकिन अन्य राशियों के लिए भी यह योग कुछ क्षेत्रों में अवसर और कुछ में सावधानी की चेतावनी दे सकता है। जैसे कि कन्या और मीन राशि को वाणी और पारिवारिक जीवन में संयम रखने की सलाह दी जाती है, जबकि मेष और सिंह राशि को नई ज़िम्मेदारियों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।
क्या करें इस दिन? – ज्योतिषीय सुझाव
* भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा करें।
* बुधवार के मंत्र और गुरु मंत्र का जाप करें।
* तुलसी में जल अर्पित करें और पीले वस्त्र धारण करें।
* किसी जरूरतमंद को हरी मूंग और पुस्तकें दान करें।
15 जून को बनने वाला यह त्रिग्रही योग जीवन के कई क्षेत्रों में नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है। अगर आपने सही समय पर उचित निर्णय लिए और ज्योतिषीय सलाह को अपनाया, तो यह समय आपके लिए अत्यंत शुभ और लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।