16 अप्रैल 2025 का दिन एक साथ कई शुभ संयोग, जानें व्रत, योग और नक्षत्रों का प्रभाव

16 अप्रैल 2025 को आस्था और धर्म के दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ और फलदायी माना जा रहा है। इस दिन एक ओर जहां संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का पावन व्रत रखा जाएगा, वहीं दूसरी ओर सर्वार्थ सिद्धि योग और अनुराधा नक्षत्र का प्रभाव भी दिन-रात भर बना रहेगा। यह दुर्लभ संयोग साधना, व्रत, मंत्र जाप और किसी भी मांगलिक कार्य के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 16 अप्रैल की सुबह उदया काल में प्रभावी रहेगी, जो दोपहर 1 बजकर 18 मिनट तक चलेगी। इसके बाद चतुर्थी तिथि का आरंभ होगा, जो संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत के लिए मान्य होती है। यह व्रत विशेष रूप से संकटों को दूर करने, विघ्नों से मुक्ति पाने और जीवन में सुख-शांति के लिए रखा जाता है। चतुर्थी तिथि का व्रत करने से भगवान गणपति शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों को शुभ फल प्रदान करते हैं।
सर्वार्थ सिद्धि योग और अनुराधा नक्षत्र: शुभ कार्यों के लिए स्वर्णिम अवसर
16 अप्रैल को पूरे दिन और रात तक सर्वार्थ सिद्धि योग बना रहेगा, जो सभी कार्यों की सिद्धि में सहायक होता है। यह योग अत्यंत शुभ और कल्याणकारी माना गया है। विशेष रूप से व्यापार, खरीददारी, यात्रा, संपत्ति निवेश और नए कार्यों की शुरुआत के लिए यह योग उत्तम रहता है।
इसके साथ ही अनुराधा नक्षत्र का प्रभाव भी 16 अप्रैल की सुबह से अगले दिन यानी 17 अप्रैल की सुबह 5 बजकर 55 मिनट तक बना रहेगा। अनुराधा नक्षत्र शनिदेव से जुड़ा हुआ है और यह नक्षत्र अनुशासन, निष्ठा और सफलता का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में इस नक्षत्र में किए गए कार्यों में स्थायित्व और समर्पण की भावना प्रबल रहती है।
संकष्टी चतुर्थी: व्रत विधि और चंद्र दर्शन का महत्व
संकष्टी चतुर्थी पर व्रती दिनभर उपवास रखते हैं और रात्रि में चंद्रमा के दर्शन के पश्चात अर्घ्य देकर व्रत का पारण करते हैं। इस दिन विशेष रूप से गणेशजी को दूर्वा, मोदक और लाल फूल अर्पित किए जाते हैं। श्री गणेश की विधिपूर्वक पूजा करने से जीवन में आ रही सभी रुकावटें दूर होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
चतुर्थी तिथि चंद्र दर्शन के लिए विशेष मानी जाती है। इस दिन व्रतधारी व्यक्ति चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करता है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति संकष्टी चतुर्थी का व्रत नियमपूर्वक करता है, उसके जीवन से सभी संकट दूर होते हैं और गणपति बप्पा की कृपा सदा बनी रहती है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।