22 अप्रैल 2025 का पंचांग, मंगलवार को कब है शुभ मुहूर्त, जानें राहुकाल, सूर्योदय-सूर्यास्त और नक्षत्र का विवरण

हिंदू पंचांग के अनुसार हर दिन की शुरुआत पंचांग से होती है, जो तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण पर आधारित होता है। ये सभी तत्व मिलकर हमें यह संकेत देते हैं कि दिन किस प्रकार का रहेगा और कौन-से कार्य किस समय करना शुभ रहेगा। आज हम बात कर रहे हैं 22 अप्रैल 2025, मंगलवार के पंचांग की, जिसमें शामिल हैं – शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय-सूर्यास्त का समय और नक्षत्र विवरण।
22 अप्रैल 2025: दिन विशेष — मंगल के प्रभाव वाला दिन
मंगलवार का दिन विशेष रूप से हनुमान जी और मंगल ग्रह को समर्पित माना गया है। इस दिन यदि शुभ मुहूर्तों का ध्यान रखते हुए कार्य किए जाएं तो जीवन में सफलता, ऊर्जा और साहस की प्राप्ति होती है। यह दिन उन लोगों के लिए भी खास है, जो किसी विवाद या मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं।
आज का पंचांग (22 अप्रैल 2025):
तिथि: चतुर्दशी, कृष्ण पक्ष
वार: मंगलवार
नक्षत्र: धनिष्ठा नक्षत्र मंगलवार को सुबह 08:18 बजे से आरंभ होगा
योग: धृति
करण: वणिज
चंद्र राशि: मकर
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय:
सूर्योदय: प्रातः 05:48 बजे
सूर्यास्त: सायं 06:46 बजे
राहुकाल का समय (अशुभ मुहूर्त):
मंगलवार को राहुकाल: दोपहर 03:26 से 05:03 बजे तक रहेगा।
इस दौरान कोई भी शुभ कार्य जैसे नया व्यवसाय शुरू करना, यात्रा आरंभ करना या कोई बड़ा निर्णय लेना टालना चाहिए।
आज का विशेष नक्षत्र — धनिष्ठा नक्षत्र का प्रभाव
धनिष्ठा नक्षत्र को शक्ति, सामर्थ्य और सामाजिक सम्मान का प्रतीक माना गया है। इस नक्षत्र के प्रभाव में व्यक्ति में नेतृत्व क्षमता बढ़ती है। यदि किसी शुभ कार्य के लिए शुरुआत करनी है जैसे जॉब इंटरव्यू, कोर्ट केस, व्यवसायिक समझौता आदि, तो धनिष्ठा नक्षत्र का प्रभाव विशेष रूप से लाभकारी होता है।
आज का दिन किन कार्यों के लिए उत्तम है?
* सैन्य, प्रशासनिक, और नेतृत्व से जुड़े कार्य
* तकनीकी और मशीनरी से जुड़ी गतिविधियां
* जमीन-जायदाद संबंधी निर्णय
* किसी विरोध या संकट से उबरने के उपाय
* हनुमान जी की आराधना, मंगल दोष निवारण हेतु उपाय
मंगलवार 22 अप्रैल 2025 का दिन धनिष्ठा नक्षत्र और चतुर्दशी तिथि के संयोग में आत्मबल और दृढ़ निश्चय को बढ़ाने वाला है। दिन की शुरुआत से पहले पंचांग को देखकर कार्यों की योजना बनाना न केवल शुभ फल देता है, बल्कि जीवन में सफलता और स्थिरता का मार्ग भी प्रशस्त करता है। राहुकाल से बचते हुए यदि आप अपने कार्यों की शुरुआत करें, तो निश्चित ही बजरंगबली की कृपा से आपके सभी कार्य सफल होंगे।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।