9 जून 2025 का पंचांग: सोमवार को रखा जाएगा सोम प्रदोष व्रत, शिव कृपा के लिए अत्यंत शुभ दिन

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष स्थान है, जो हर त्रयोदशी तिथि को आता है। यह व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है और जब यह व्रत सोमवार के दिन पड़ता है, तो इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाता है। माना जाता है कि सोम प्रदोष का संयोग अत्यंत शुभ और फलदायी होता है, क्योंकि सोमवार स्वयं भगवान शिव का प्रिय दिन है। इस बार यह विशेष संयोग 9 जून 2025, सोमवार को बन रहा है।
प्रदोष व्रत की तिथि और महत्व
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 9 जून 2025 को प्रातः 11:57 बजे से शुरू होकर 10 जून की सुबह 09:11 बजे तक रहेगी। चूंकि प्रदोष व्रत त्रयोदशी तिथि की प्रदोष काल में की जाने वाली पूजा का विशेष महत्व रखता है, इसलिए यह व्रत 9 जून सोमवार को ही रखा जाएगा। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना करने से विशेष फल प्राप्त होता है और सभी बाधाएं समाप्त होती हैं।
शुभ मुहूर्त और पूजा का समय
सोम प्रदोष व्रत के दिन शिव पूजन का उत्तम समय प्रदोष काल में होता है। यह काल सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले और उसके बाद तक माना जाता है।
9 जून को सूर्यास्त का समय लगभग शाम 07:05 बजे रहेगा। ऐसे में प्रदोष व्रत की पूजा का श्रेष्ठ समय शाम 06:30 बजे से 08:00 बजे तक रहेगा। इस अवधि में भगवान शिव की विशेष पूजा, जलाभिषेक, रुद्राष्टक पाठ, और दीपदान करने से जीवन में सुख, समृद्धि और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
* सूर्योदय: सुबह 05:20 बजे
* सूर्यास्त: शाम 07:05 बजे
इन समयों के अनुसार दिन की शुरुआत से लेकर प्रदोष काल तक शिव आराधना की जा सकती है, लेकिन प्रदोष काल में पूजन का विशेष महत्व है।
सोम प्रदोष व्रत के लाभ
सोमवार को आने वाला प्रदोष व्रत अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। शिव पुराण में उल्लेख है कि इस दिन व्रत और पूजन करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है, संतान सुख की प्राप्ति होती है और आर्थिक समस्याएं समाप्त होती हैं। यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो जीवन में स्थायित्व, पारिवारिक सुख और आध्यात्मिक उन्नति चाहते हैं।
9 जून 2025 का दिन शिवभक्तों के लिए अत्यंत पावन और फलदायक रहेगा। सोम प्रदोष व्रत का यह विशेष अवसर श्रद्धा और विधिपूर्वक मनाने से भगवान शिव की कृपा सहज रूप से प्राप्त होती है। इस दिन शिवलिंग पर जल और बेलपत्र अर्पित करें, 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें और संध्या काल में दीपदान करें—आपके जीवन की सारी परेशानियां स्वतः ही दूर होंगी।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।