14 मई को होगा गुरु ग्रह का बड़ा गोचर, मिथुन में प्रवेश से जीवन में आएगा नया मोड़

14 मई को होगा गुरु ग्रह का बड़ा गोचर, मिथुन में प्रवेश से जीवन में आएगा नया मोड़
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ज्योतिष जगत की दृष्टि से एक अत्यंत महत्वपूर्ण खगोलीय घटना 14 मई 2025 को घटित होने जा रही है, जब देवताओं के गुरु और ज्ञान के प्रतीक बृहस्पति ग्रह (गुरु) अपना राशि परिवर्तन करेंगे। यह गोचर रात 11:20 बजे के आसपास होगा, जिसमें गुरु ग्रह वृषभ राशि को छोड़कर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। इस परिवर्तन का असर न केवल राशियों के जीवन पर बल्कि देश-दुनिया की परिस्थितियों पर भी स्पष्ट रूप से देखा जाएगा।

बृहस्पति ग्रह का यह गोचर लगभग 18 अक्टूबर 2025 तक मिथुन राशि में रहेगा। इसके बाद यह कुछ समय के लिए कर्क राशि में विचरण करेंगे, लेकिन पुनः 5 दिसंबर 2025 को वे फिर से मिथुन राशि में लौट आएंगे। यह गोचर उन लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है, जिनकी कुंडली में बृहस्पति की महादशा या अंतर्दशा चल रही है।

गुरु गोचर का ज्योतिषीय महत्व: ज्ञान, धर्म और निर्णयों में बदलाव का काल

देवगुरु बृहस्पति को शास्त्रों में धर्म, ज्ञान, गुरु, न्याय और वैवाहिक जीवन का कारक माना गया है। जब यह ग्रह अपनी स्थिति बदलता है, तो इसका प्रभाव व्यक्ति की सोच, निर्णय लेने की क्षमता, पारिवारिक जीवन और यहां तक कि सामाजिक प्रतिष्ठा पर भी पड़ता है। मिथुन राशि में बृहस्पति का प्रवेश इस राशि वालों के लिए मिलाजुला असर लेकर आएगा—जहाँ कुछ को बुद्धिमत्ता और सौभाग्य मिलेगा, वहीं कुछ को आत्ममंथन और सावधानी की आवश्यकता होगी।

यह समय संचार, शिक्षा, तकनीकी क्षेत्र और व्यापार से जुड़े लोगों के लिए विशेष हो सकता है, क्योंकि मिथुन राशि बुद्धि और संवाद का प्रतीक मानी जाती है। वहीं, जिन राशियों पर गुरु की दृष्टि पड़ेगी, वहां सकारात्मक परिवर्तन की संभावना बनती है।

गोचर की समयरेखा: कब-कब कहाँ रहेंगे गुरु ग्रह

14 मई 2025, रात 11:20 बजे: बृहस्पति का मिथुन राशि में प्रवेश

18 अक्टूबर 2025 तक: गुरु मिथुन राशि में

18 अक्टूबर से 5 दिसंबर 2025: गुरु कर्क राशि में गोचर

5 दिसंबर 2025 के बाद: पुनः मिथुन राशि में वापसी

यह गोचर एक विस्तृत चक्र का हिस्सा है, जहां बृहस्पति की स्थिति बार-बार बदलकर जीवन की दिशा और दशा को प्रभावित करती है।

किन राशियों पर कैसा प्रभाव डालेगा बृहस्पति का यह गोचर?

* मिथुन राशि: जीवन में नई जिम्मेदारियाँ और निर्णय के अवसर आएंगे।

* कन्या और कुंभ राशि: लाभ, नए संपर्क और करियर में ग्रोथ के योग।

* धनु और मीन राशि: सावधानी से चलना होगा, खर्चों और स्वास्थ्य का रखें ध्यान।

* वृषभ और कर्क राशि: परिवर्तनशील समय, लेकिन आध्यात्मिक विकास के अवसर।

बृहस्पति गोचर 2025—समझदारी, संयम और नई दिशा की ओर एक कदम

देवगुरु बृहस्पति का यह गोचर केवल राशि परिवर्तन नहीं, बल्कि जीवन के नए अध्याय की शुरुआत है। यदि सही समय पर विवेकपूर्ण निर्णय लिए जाएं, तो यह गोचर सफलता और समृद्धि का कारण बन सकता है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह अवधि जीवन को नयी दिशा देने वाली साबित हो सकती है। इस समय आत्मचिंतन, गुरु की सेवा और ज्ञानार्जन को प्राथमिकता देना अत्यंत फलदायी रहेगा।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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