बुद्ध पूर्णिमा 2025 पर वरीयान योग का संयोग, इन राशियों की खुलेगी किस्मत, मिलेगा मां लक्ष्मी का आशीर्वाद

12 मई 2025, सोमवार को मनाई जा रही बुद्ध पूर्णिमा इस बार ज्योतिषीय दृष्टिकोण से विशेष बन गई है। क्योंकि इस बार पूर्णिमा तिथि पर एक अत्यंत शुभ और दुर्लभ योग बन रहा है — वरीयान योग। यह योग जब पूर्णिमा जैसे पुण्य तिथि पर बनता है तो यह शुभता को कई गुना बढ़ा देता है। इसे मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने वाला विशेष संयोग माना गया है।
वेद-पुराणों और ज्योतिष शास्त्रों में वरीयान योग को अत्यंत प्रभावशाली माना गया है। इस योग में किए गए कार्यों का फल शीघ्र प्राप्त होता है और विशेष रूप से धन, संपत्ति और व्यापारिक प्रगति के मामले में यह अत्यंत अनुकूल परिणाम देता है। यही कारण है कि आज का दिन केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि आर्थिक उन्नति के लिहाज से भी बेहद खास है।
बुद्ध पूर्णिमा और वरीयान योग का संयोग: आध्यात्म और समृद्धि का अद्वितीय मेल
बुद्ध पूर्णिमा स्वयं में ही बहुत पावन और आध्यात्मिक महत्व रखने वाला पर्व है। यह वही तिथि है जब भगवान बुद्ध को बोधगया में ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, और इसी कारण यह दिन 'बुद्ध जयंती' के रूप में भी मनाया जाता है। इस विशेष तिथि पर वरीयान योग का बनना, इसे और भी प्रभावशाली बना देता है।
यह योग न केवल धार्मिक पूजा-पाठ और ध्यान के लिए उपयुक्त है, बल्कि नए कार्यों की शुरुआत, निवेश, दान-पुण्य, और व्यापारिक फैसलों के लिए भी श्रेष्ठ माना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में ग्रहों की स्थिति अनुकूल है, उनके लिए यह दिन भाग्योदय का संकेतक बन सकता है।
किन राशियों के लिए है यह योग बेहद शुभ?
इस वर्ष बुद्ध पूर्णिमा पर बनने वाला वरीयान योग विशेष रूप से तीन राशियों के जातकों के लिए बेहद शुभ संयोग लेकर आया है —
1. वृषभ राशि (Taurus):
इस राशि के जातकों को धन प्राप्ति के संकेत मिल रहे हैं। रुका हुआ पैसा वापस आ सकता है और निवेश के लिए आज का दिन अनुकूल है। कार्यस्थल पर सम्मान बढ़ेगा और पदोन्नति के योग बन सकते हैं।
2. सिंह राशि (Leo):
सिंह राशि वालों को आज लक्ष्मी कृपा से अचानक आर्थिक लाभ हो सकता है। यदि आप नया व्यापार या प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते हैं, तो यह समय अत्यंत शुभ है।
3. मकर राशि (Capricorn):
मकर राशि के लिए यह योग जीवन में स्थिरता और सफलता लाने वाला है। पारिवारिक सुख और आर्थिक समृद्धि में वृद्धि होगी।
इन राशियों के अलावा अन्य जातकों के लिए भी यह दिन साधना, दान और तप के लिए श्रेष्ठ है। विशेषकर यदि कोई व्यक्ति मां लक्ष्मी या भगवान बुद्ध की उपासना करता है, तो उसे आंतरिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव अवश्य होगा।
बुद्ध पूर्णिमा 2025 केवल धार्मिक उपासना का दिन नहीं है, बल्कि यह एक ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यंत प्रभावशाली अवसर बन गया है। वरीयान योग जैसे शुभ संयोग में किया गया कोई भी कार्य व्यक्ति के जीवन में सफलता, शांति और समृद्धि ला सकता है। आज के दिन किए गए शुभ कर्मों का फल न केवल शीघ्र मिलता है, बल्कि वह जीवन की दिशा को सकारात्मक रूप से बदल भी सकता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।