6 जून को मिथुन राशि में प्रवेश करेगा बुध, जानिए किन राशियों पर पड़ेगा इसका विशेष प्रभाव

ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, बुध ग्रह का गोचर आगामी 6 जून 2025 को होने जा रहा है। इस दिन बुद्धि, वाणी, तर्क और व्यापार के प्रतिनिधि माने जाने वाले ग्रह बुध अपने स्वगृही स्थान मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर न केवल खगोलशास्त्र की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि 12 राशियों पर गहरा प्रभाव डालने वाला है।
मिथुन बुध की अपनी राशि है, यानी यह गोचर बुध के लिए अत्यंत अनुकूल स्थितियों को दर्शाता है। जब भी कोई ग्रह अपनी स्वयं की राशि में प्रवेश करता है, तो वह अपनी शक्तियों को पूरी क्षमता के साथ व्यक्त करता है। ऐसे में यह गोचर तर्कशक्ति, संवाद कौशल, शिक्षा, मीडिया, लेखन, वाणिज्य और व्यापार से जुड़े लोगों के लिए बेहद शुभ साबित हो सकता है।
इन राशियों के लिए बनेंगे शुभ संयोग, करियर और वित्त में दिखेगा सुधार
मिथुन में बुध का यह गोचर वृषभ, कन्या, तुला, कुंभ और मेष राशि के जातकों के लिए विशेष फलदायी रहेगा। वृषभ राशि वालों को वाणी में मधुरता के साथ-साथ आर्थिक क्षेत्र में लाभ की संभावना बनेगी। कन्या राशि के जातकों के लिए यह गोचर कार्यक्षेत्र में नई योजनाओं के आरंभ और प्रोफेशनल ग्रोथ के संकेत दे रहा है।
वहीं तुला राशि वालों को सामाजिक प्रतिष्ठा और नेटवर्किंग के क्षेत्र में लाभ हो सकता है। कुंभ राशि के जातक तकनीकी और बौद्धिक क्षेत्रों में सफल रहेंगे, जबकि मेष राशि के लिए यह समय बिजनेस में नयी रणनीति अपनाने का रहेगा। जिन लोगों के कार्य जुबान, लेखन या संप्रेषण से जुड़े हैं, उनके लिए यह गोचर विशेष प्रगति लेकर आएगा।
कुछ राशियों को बरतनी होगी सावधानी, वाणी पर रखें नियंत्रण
जहां एक ओर बुध का गोचर कुछ राशियों के लिए शुभ संकेत लेकर आएगा, वहीं कुछ राशियों को सतर्कता बरतनी होगी। जैसे कि वृश्चिक, धनु और मीन राशि के जातकों को इस दौरान वाणी और व्यवहार में संयम रखने की सलाह दी जाती है। वाद-विवाद की स्थिति से बचें और बिना सोचे-समझे कोई भी निर्णय न लें।
मकर राशि के लिए भी यह गोचर थोड़ा चुनौतीपूर्ण रह सकता है। कार्यस्थल पर गलतफहमी या संचार में गड़बड़ी से नुकसान संभव है। इसलिए इन जातकों को किसी भी प्रकार के दस्तावेज़ या अनुबंध पर हस्ताक्षर करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
बुध ग्रह के सकारात्मक प्रभाव के लिए करें ये उपाय
बुध ग्रह के शुभ प्रभाव को बढ़ाने के लिए 6 जून से पूर्व और उसके बाद विशेष उपाय किए जा सकते हैं। बुधवार के दिन हरे वस्त्र धारण करें, हरे मूंग का दान करें और ‘ॐ बुं बुधाय नमः’ मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। इसके अलावा, गणेश जी की आराधना भी बुध को शांत और शुभ बनाने के लिए अत्यंत प्रभावी मानी जाती है।
जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं या कॉर्पोरेट क्षेत्र में पदोन्नति की अपेक्षा रखते हैं, उन्हें इस समय का सदुपयोग करते हुए अपने विचारों और कार्यों में स्पष्टता लानी चाहिए।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।