फाइनेंस कंपनी के कर्मियों द्वारा चौबेपुर सहित तीन शाखाओं में 24.18 लाख गबन का खुलासा, पुलिस जांच शुरू
चौबेपुर, शिवपुर और आशापुर शाखाओं में स्पंदना स्फूर्ती फाइनेंशियल लिमिटेड की जांच में 24.18 लाख रुपये के गबन का खुलासा हुआ। 11 कर्मचारी धोखाधड़ी और गबन में नामजद। पुलिस जांच शुरू।

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चौबेपुर. स्पंदना स्फूर्ती फाइनेंशियल लिमिटेड में वित्तीय लेनदेन को लेकर की गई शिकायतों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। चौबेपुर, शिवपुर और आशापुर शाखाओं में हुई जांच में कुल 24.18 लाख रुपये के गबन की पुष्टि हुई जिससे कंपनी के प्रबंधन में हड़कंप मच गया। मामले के सामने आते ही पुलिस ने 11 कर्मचारियों पर धोखाधड़ी और गबन के आरोप में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शिकायत के बाद कंपनी की टीम फील्ड में उतरी
पिछले कुछ समय से शहर और देहात की महिला ग्राहकों ने कलेक्शन में अनियमितताओं की शिकायतें दी थीं। इन शिकायतों को गंभीर मानते हुए कंपनी की स्पेशल टीम ने एक माह की जांच के बाद फील्ड विजिट किया। जांच में साफ हुआ कि कई कर्मचारियों ने ग्राहकों से जमा की गई राशि को कंपनी के खाते में नहीं जमा किया। जांच में नियमित प्रक्रिया से हटकर रकम को निजी उपयोग में रखने की बात सामने आई है।
शाखावार सामने आए गबन के आंकड़े
ऑडिट टीम ने शिवपुर शाखा में सबसे ज्यादा हेराफेरी पकड़ी। ब्रांच मैनेजर अनुज कुमार और लोन अधिकारियों रविशंकर, अंकुश मौर्या, राहुल सिंह, विनय कुमार यादव और चंद्रन कुमार सिंह पर 16 लाख 56 हजार रुपये न जमा करने का आरोप पुष्ट हुआ।
आशापुर शाखा में राहुल मोदनवाल, विशाल भारद्वाज और विशाल मिश्र ने 4.60 लाख रुपये अपने पास रख लिए। जबकि, चौबेपुर शाखा की जांच में राहुल कुमार यादव और शिवम सिंह पर कुल तीन लाख रुपये की हेराफेरी करने का आरोप लगा है। तीन शाखाओं के कुल मिलाकर 24.18 लाख रुपये कर्मचारियों द्वारा हड़प लिए जाने की पुष्टि होते ही कंपनी के भीतर हंगामा मच गया।
क्लस्टर मैनेजर की शिकायत पर केस दर्ज
क्लस्टर मैनेजर वसीम अहमद ने तीनों शाखाओं के 11 कर्मचारियों के खिलाफ गबन की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की थी। इस मामले में पॉलिसी कमिश्नर मोहित अग्रवाल के निर्देश पर वसीम अहमद द्वारा शिवपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। उनका कहना है कि महिला ग्राहकों की शिकायतों के बाद टीम को मौके पर भेजा गया था और सभी तथ्यों की पुष्टि जांच में हुई।
पुलिस जांच में और नाम जुड़ने की आशंका
पुलिस के अनुसार सभी 11 कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने कंपनी से पिछले एक साल का पूरा वित्तीय रिकॉर्ड, बैलेंस शीट और कलेक्शन डिटेल मांगी है। जांच टीम यह भी देख रही है कि रकम के गबन में कोई और कर्मचारी या बाहरी व्यक्ति शामिल था या नहीं। मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है।

