Public Khabar

दिल्ली बनी गैस चैंबर: जहरीली हवा ने बढ़ाई सांस की परेशानी, AQI बेहद खराब स्तर पर पहुंचा

हवा की रफ्तार थमने और प्रतिकूल मौसम के चलते राजधानी दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, बुधवार सुबह AQI बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।

दिल्ली बनी गैस चैंबर: जहरीली हवा ने बढ़ाई सांस की परेशानी, AQI बेहद खराब स्तर पर पहुंचा
X

जहरीली हवा की चपेट में राजधानी

राजधानी दिल्ली एक बार फिर गंभीर वायु प्रदूषण की चपेट में आ गई है। हवा की बेहद धीमी गति और मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों ने मिलकर पूरे शहर को मानो गैस चैंबर में तब्दील कर दिया है। बुधवार सुबह दिल्लीवासियों की आंख खुली तो चारों ओर घनी धुंध, कोहरे और स्मॉग की मोटी परत छाई हुई थी। दृश्यता में भारी गिरावट दर्ज की गई, वहीं हवा में घुला ज़हर लोगों की सेहत के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है।


लगातार बिगड़ती एयर क्वालिटी

मंगलवार को ही दिल्ली की हवा गंभीर स्तर के करीब पहुंच चुकी थी और हालात बुधवार सुबह और ज्यादा खराब हो गए। एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम फॉर दिल्ली के मुताबिक, सुबह राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 355 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। इस स्तर की हवा लंबे समय तक सांस लेने पर न केवल अस्थमा और एलर्जी जैसी बीमारियों को बढ़ा सकती है, बल्कि हृदय और फेफड़ों के मरीजों के लिए भी गंभीर खतरा पैदा करती है।


मौसम बना प्रदूषण का बड़ा कारण

विशेषज्ञों के अनुसार, इन दिनों हवा की रफ्तार बेहद कम है, जिससे प्रदूषक कण वातावरण में ही फंसे रह जाते हैं। इसके साथ ही ठंड बढ़ने, तापमान में गिरावट और नमी के चलते स्मॉग की परत और भी सघन हो जाती है। यही वजह है कि प्रदूषण फैलने के बजाय शहर में जमा हो रहा है और हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं।


आम जनजीवन पर साफ असर

खराब हवा का असर राजधानी के जनजीवन पर भी साफ दिखाई दे रहा है। सुबह और देर रात के समय सड़कों पर विजिबिलिटी कम होने से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बुजुर्गों, बच्चों और सांस के मरीजों को घर से बाहर निकलने में दिक्कतें हो रही हैं। डॉक्टरों ने लोगों को अनावश्यक बाहर निकलने से बचने और मास्क पहनने की सलाह दी है।


बढ़ती चिंता, सख्त कदमों की जरूरत

दिल्ली में बार-बार गंभीर होती हवा ने एक बार फिर प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर मौसम की स्थिति में जल्द सुधार नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं। ऐसे में प्रशासन के साथ-साथ आम नागरिकों की सतर्कता और सहयोग भी बेहद जरूरी हो गया है।

Tags:
Next Story
Share it