धनतेरस 2025 पर खरीदें ये शुभ वस्तुएं, माता लक्ष्मी और कुबेर देव की कृपा से भर जाएगी तिजोरी

हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से ही दीपावली उत्सव की शुरुआत होती है। इस दिन को धनतेरस या धनत्रयोदशी कहा जाता है। यह दिन न केवल खरीदारी का, बल्कि धन, आरोग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस अवसर पर भगवान धनवंतरि, कुबेर देव और माता लक्ष्मी की आराधना की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन की गई शुभ खरीदारी आने वाले वर्ष में घर और व्यापार में सुख-समृद्धि और धन की वृद्धि लाती है।
धनतेरस पर क्या खरीदना शुभ माना गया है?
धनतेरस के दिन कुछ खास वस्तुओं की खरीद अत्यंत मंगलकारी मानी जाती है। कहा जाता है कि इन चीजों की खरीद से न केवल मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि घर में धन-संपत्ति और सकारात्मक ऊर्जा का वास भी होता है। आइए जानते हैं कि इस दिन क्या-क्या खरीदना चाहिए –
1. सोना-चांदी और आभूषण
धनतेरस पर सोना या चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। यह लक्ष्मी जी की कृपा का प्रतीक है। चाहे बड़ी मात्रा में न भी हो, लेकिन कोई छोटी सी चांदी की वस्तु या सिक्का भी समृद्धि का संकेत देता है।
यदि संभव न हो तो चांदी के सिक्के या लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदकर घर लाना अत्यंत लाभदायक माना जाता है।
2. बर्तन और स्टील के सामान
इस दिन नए बर्तन खरीदने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। कहा जाता है कि बर्तन खरीदने से घर में अन्न और धन की वृद्धि होती है।
बर्तन खरीदते समय ध्यान रखें कि वे खाली घर न लाएं, उनमें कुछ धान, मिठाई या पानी डालकर ही घर में प्रवेश करें — यह शुभ संकेत माना जाता है।
3. झाड़ू और धन संबंधी वस्तुएं
धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने की भी मान्यता है, क्योंकि यह नकारात्मकता और दरिद्रता को घर से बाहर करने का प्रतीक है। इसके अलावा तिजोरी, खाता-बही, लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा या कुबेर यंत्र की खरीद भी बेहद शुभ मानी जाती है। इससे व्यापार में उन्नति और वित्तीय स्थिरता बनी रहती है।
4. इलेक्ट्रॉनिक या कीमती वस्तुएं
आज के समय में लोग इस दिन इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं, वाहन या घर की आवश्यक वस्तुएं भी खरीदते हैं। यह परंपरा पुराने सोने-चांदी के प्रतीक को आधुनिक रूप में आगे बढ़ाती है। धार्मिक दृष्टि से कोई भी नई और उपयोगी वस्तु खरीदना “नव आरंभ” का प्रतीक माना जाता है, जो जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता लाता है।
5. धनवंतरि पूजा के लिए पीतल के बर्तन और दीपक
धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरि की पूजा का विशेष महत्व है। इसलिए इस अवसर पर पीतल के बर्तन, दीपक या कलश खरीदना शुभ फल देता है। यह घर में स्वास्थ्य और सुख की वृद्धि का प्रतीक है। धनवंतरि देव स्वास्थ्य के अधिष्ठाता माने जाते हैं, अतः इस दिन इन वस्तुओं की खरीद से रोग और दुःख दूर होते हैं।
धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त
इस वर्ष 2025 में धनतेरस 18 अक्टूबर शनिवार को मनाई जाएगी। खरीदारी का शुभ समय सुबह 8:30 बजे से लेकर रात 9:00 बजे तक रहेगा। प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद का समय विशेष रूप से खरीदारी और पूजा के लिए उत्तम रहेगा। इस मुहूर्त में की गई खरीदारी से मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर दोनों की कृपा प्राप्त होती है।
धनतेरस केवल खरीदारी का दिन नहीं, बल्कि यह आस्था और समृद्धि का प्रतीक पर्व है। इस दिन खरीदी गई हर शुभ वस्तु जीवन में सकारात्मकता, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आती है। चाहे आप सोना, चांदी, झाड़ू या दीपक ही क्यों न खरीदें — यदि श्रद्धा और विश्वास के साथ मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की आराधना की जाए, तो तिजोरी हमेशा भरी रहती है और घर में सुख-शांति का वास होता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।