हर तीसरी महिला जीवन में कभी न कभी यौन हिंसा का शिकार, WHO रिपोर्ट में खुलासा
दुनियाभर में महिलाओं की सुरक्षा चुनौतीपूर्ण, भारत में भी स्थिति चिंताजनक

दुनियाभर में महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की स्थिति अभी भी गहरी चिंता का विषय बनी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ताजा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हर तीन में से एक महिला अपने जीवन में कभी न कभी यौन उत्पीड़न या हिंसा का सामना कर चुकी है। आंकड़ों के अनुसार, दुनिया में करीब 84 करोड़ महिलाएं इस तरह की हिंसा का शिकार हो चुकी हैं।
भारत में भी हालात चिंताजनक हैं। देश में लगभग 30 प्रतिशत महिलाओं ने अपने जीवन में पति या साथी से शारीरिक या यौन हिंसा का सामना किया है। वहीं, पिछले 12 महीनों में 22.4 प्रतिशत महिलाओं ने इस तरह की हिंसा झेली है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 15 वर्ष की उम्र के बाद करीब 4.1 प्रतिशत महिलाओं ने किसी गैर-पार्टनर से यौन हिंसा का सामना किया, जबकि पिछले एक साल में यह संख्या 1.2 प्रतिशत रही।
विशेषज्ञों का कहना है कि हिंसा रोकने के लिए दुनियाभर में किए जाने वाले कार्यक्रमों पर खर्च बहुत कम है। नई तकनीक, गरीबी और सामाजिक असमानता जैसी चुनौतियाँ महिलाओं को और अधिक जोखिम में डाल रही हैं।
रिपोर्ट में सरकारों के लिए कुछ सुझाव भी दिए गए हैं। इसमें महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित बनाने वाले प्रभावी कानून लागू करना, पीड़िताओं को स्वास्थ्य, कानूनी और सामाजिक सहायता देना, और डेटा संग्रह को मजबूत करना शामिल है।
विशेषज्ञों का कहना है कि हिंसा रोकने में प्रगति धीमी है। पिछले दो दशकों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा में सालाना केवल 0.2 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। इसके अलावा, कई महिलाएं और किशोरियां परिवार या समाज के दबाव की वजह से शिकायत करने से डरती हैं। WHO का कहना है कि जब तक आधी आबादी डर में जी रही हो, कोई समाज सुरक्षित और न्यायपूर्ण नहीं माना जा सकता।
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