क्रिसमस छुट्टियों में जर्मनी के बैंक में हॉलीवुड स्टाइल डकैती, 30 मिलियन यूरो की नकदी-आभूषण गायब
पार्किंग गैरेज से सुरंग बनाकर तिजोरी तक पहुंचे लुटेरे, 3,000 से ज्यादा लॉकर किए खाली

जर्मनी के पश्चिमी शहर गेल्सेंकिर्चेन में क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान एक बेहद सुनियोजित और फिल्मी अंदाज की बैंक डकैती ने सुरक्षा एजेंसियों को सकते में डाल दिया है। जब बैंक कर्मचारी और ग्राहक क्रिसमस की लंबी छुट्टियों का आनंद ले रहे थे, उसी दौरान लुटेरों के एक संगठित गिरोह ने स्पार्कसे (Sparkasse) बचत बैंक की एक शाखा को निशाना बनाते हुए लगभग 30 मिलियन यूरो मूल्य की नकदी, सोना और कीमती आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया। इस घटना ने न सिर्फ जर्मनी बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हलचल मचा दी है।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि लुटेरों ने बैंक की भूमिगत तिजोरी तक पहुंचने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया। पुलिस के अनुसार, गिरोह ने बैंक के पास स्थित पार्किंग गैराज से एक सुरंग खोदी, जो सीधे तिजोरी कक्ष तक जाती थी। इसके बाद बड़ी ड्रिल मशीनों की मदद से तिजोरी में सेंध लगाई गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान लगभग 3,000 लॉकर तोड़े गए और उनमें रखी नकदी व आभूषण पूरी तरह साफ कर दिए गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से मिली जानकारी में कहा गया है कि शनिवार और रविवार की रात पार्किंग गैराज में संदिग्ध गतिविधियां देखी गई थीं। कई लोगों को बड़े-बड़े बैग उठाकर इधर-उधर ले जाते हुए देखा गया, लेकिन उस समय किसी को अंदेशा नहीं था कि इतना बड़ा अपराध अंजाम दिया जा रहा है। वहीं, सुरक्षा कैमरों के फुटेज में सोमवार तड़के एक काली रंग की ऑडी आरएस 6 कार को पार्किंग गैराज से निकलते हुए देखा गया, जिसमें नकाबपोश लोग सवार थे।
जर्मनी में परंपरागत रूप से 24 दिसंबर की शाम से क्रिसमस की छुट्टियां शुरू हो जाती हैं और इस दौरान अधिकांश बैंक व व्यावसायिक प्रतिष्ठान कई दिनों तक बंद रहते हैं। पुलिस को शक है कि लुटेरों ने इसी बंदी का फायदा उठाया और संभवतः छुट्टियों व सप्ताहांत के दौरान बैंक परिसर के भीतर ही रहकर चोरी को अंजाम दिया। सोमवार, 29 दिसंबर की सुबह जब बैंक परिसर में आग का अलार्म बजा और आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंचीं, तब इस विशाल डकैती का खुलासा हुआ।
घटना के बाद सुरक्षा कारणों और कर्मचारियों को मिली धमकियों के चलते बैंक शाखा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। मंगलवार को सैकड़ों ग्राहक बैंक के बाहर इकट्ठा हो गए और अपने लॉकर में रखी संपत्ति की जानकारी मांगने लगे। कई ग्राहकों ने पुलिस को बताया कि उनका वास्तविक नुकसान बीमा कवरेज से कहीं अधिक है, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई है। फिलहाल पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और अंतरराष्ट्रीय गिरोह की भूमिका से भी इनकार नहीं किया जा रहा है।
