भारत दौरे पर पुतिन: राष्ट्रपति भवन में मिला भव्य स्वागत, रूसी राष्ट्रपति को मिला सर्वोच्च राजकीय सम्मान
रूसी राष्ट्रपति को मिला सर्वोच्च राजकीय सम्मान, गार्ड ऑफ ऑनर के साथ हुआ औपचारिक स्वागत

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सोमवार सुबह अपने आधिकारिक भारत दौरे के तहत राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां उनका स्वागत अत्यंत गरिमामय और पारंपरिक राजकीय सम्मान के साथ किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं प्रोटोकॉल के अनुसार मुख्य द्वार पर मौजूद रहे और उन्होंने पुतिन का हाथ जोड़कर स्वागत किया। राष्ट्रपति भवन का प्रांगण इस विशेष अवसर के लिए विशेष रूप से सजाया गया था और सैन्य टुकड़ियों की उपस्थिति पूरे माहौल को और अधिक भव्य बना रही थी।
गार्ड ऑफ ऑनर के साथ औपचारिक सम्मान, भारत-रूस रिश्तों की मजबूत तस्वीर
राष्ट्रपति भवन पहुंचने के बाद पुतिन को भारतीय सेना की तीनों सेवाओं—थल सेना, नौसेना और वायुसेना—की संयुक्त टुकड़ियों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यह सम्मान केवल चुनिंदा राष्ट्राध्यक्षों को ही प्रदान किया जाता है और इसे सर्वोच्च राजकीय शिष्टाचारों में गिना जाता है। पुतिन के सामने जब भारतीय बैंड ने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया, तो समारोह का हर क्षण दोनों देशों के बीच दशकों पुराने विश्वास और सहयोग की झलक पेश कर रहा था।
दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी पर होंगी अहम बातचीत
औपचारिक स्वागत के बाद पुतिन, प्रधानमंत्री मोदी के साथ हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। चर्चाओं में रक्षा सहयोग, ऊर्जा सुरक्षा, व्यापारिक साझेदारी, अंतरिक्ष सहयोग और वैश्विक कूटनीतिक मुद्दों पर भी विस्तृत बातचीत शामिल होने की संभावना है। भारत और रूस के बीच लंबे समय से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी अब नए आयामों में प्रवेश कर रही है, और यह दौरा द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
इस दौरे को कूटनीतिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे समय में जब वैश्विक राजनीति तेज़ी से बदल रही है, पुतिन का भारत आगमन दोनों देशों के लिए संदेश देता है कि उनकी साझेदारी मजबूत और स्थिर है। इस यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावनाओं ने भी इस दौरे को खास बना दिया है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित स्वागत समारोह ने इस बात को स्पष्ट कर दिया कि भारत इस साझेदारी को कितनी गंभीरता और सम्मान के साथ देखता है।
