झारखंड में पारा लुढ़का: कड़ाके की ठंड ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें
झारखंड में कड़ाके की ठंड का प्रकोप, तापमान 6 डिग्री से नीचे; जनजीवन ठप, दो संदिग्ध शीतजनित मौतें।

झारखंड में कड़ाके की ठंड से जनजीवन प्रभावित
झारखंड इन दिनों तीखी सर्दी की चपेट में है। कई जिलों में तापमान अचानक नीचे गिर गया है और हालात ऐसे बन गए हैं कि सुबह से शाम तक लोग घरों से निकलने से हिचक रहे हैं। लगातार चल रही शीतलहर ने खासकर ग्रामीण इलाकों में मुश्किलें और बढ़ा दी हैं, जहां गर्म कपड़ों और बचाव के साधनों की कमी लोगों की परेशानी का बड़ा कारण बन गई है।
दो जिलों में संदिग्ध शीतजनित मौतें प्रशासन अलर्ट
ठंड की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मंगलवार को पश्चिमी सिंहभूम के चिरिया क्षेत्र और हजारीबाग जिले के चौपारण में दो शव बरामद किए गए। आशंका है कि दोनों की मौत शीतलहर की चपेट में आने से हुई होगी। हालांकि प्रशासन की तरफ से इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग जांच कर रहे हैं और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
पारा 6 डिग्री से नीचे गुमला सबसे ठंडा
राज्य के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री से भी नीचे पहुंच चुका है। मौसम विभाग ने बताया कि गुमला इस समय सबसे ठंडा है जहां न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तापमान में इस गिरावट से खेतों में पाला पड़ने का खतरा बढ़ गया है और रबी फसलों पर इसका सीधा असर पड़ सकता है। वहीं स्कूलों में उपस्थिति लगातार घट रही है और सुबह की पाली बंद करने की मांग भी अभिभावकों में तेज हो गई है।
सड़कों पर सन्नाटा बाजारों में रौनक गायब
ठंड का सीधा असर लोगों की दिनचर्या पर दिख रहा है। सुबह के समय मुख्य मार्ग लगभग खाली दिखाई देते हैं। चाय की दुकानों पर थोड़ी भीड़ है, लेकिन बाकी बाजार सूने पड़ गए हैं। रिक्शा और ऑटो चालकों की आमदनी पर भी असर पड़ा है क्योंकि लोग बाहर निकलने से बच रहे हैं। नगर निगम और पंचायतों द्वारा अलाव की व्यवस्था की जा रही है, हालांकि कई स्थानों पर इसकी कमी की शिकायतें आ रही हैं।
