हे मंगलकारी संयोग! आज है ज्येष्ठ का तीसरा बड़ा मंगलवार और भौमवती अमावस्या, जानिए खास उपाय और इसका महत्व

हे मंगलकारी संयोग! आज है ज्येष्ठ का तीसरा बड़ा मंगलवार और भौमवती अमावस्या, जानिए खास उपाय और इसका महत्व
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आज का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत विशेष और पुण्यदायी है क्योंकि ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगलवार और भौमवती अमावस्या एक ही दिन पड़े हैं। यह दुर्लभ संयोग न केवल साधना और उपासना के लिए उत्तम है, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी बेहद फलदायी माना जाता है। मंगलवार हनुमान जी को समर्पित दिन होता है, वहीं अमावस्या पितरों और ग्रह दोष निवारण के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। जब ये दोनों तिथियां एक साथ आती हैं, तो इसका आध्यात्मिक और ऊर्जा स्तर अत्यंत ऊँचा हो जाता है।

बड़ा मंगल और भौमवती अमावस्या का अद्भुत संयोग

उत्तर भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में ज्येष्ठ महीने के मंगलवार को 'बड़ा मंगल' के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। वहीं जब मंगलवार को अमावस्या तिथि पड़े, तो उसे 'भौमवती अमावस्या' कहा जाता है, जो दुर्लभ होती है। 'भौम' यानी मंगल और 'वती' यानी अमावस्या—इन दोनों का योग ग्रह दोष, विशेषकर मंगल दोष और पित्र दोष निवारण के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।

धार्मिक लाभ के लिए करें ये विशेष उपाय

आज के दिन यदि श्रद्धा और विधिपूर्वक कुछ विशेष उपाय किए जाएं, तो जीवन की तमाम परेशानियां दूर हो सकती हैं। नीचे बताए गए उपाय आज विशेष रूप से प्रभावकारी होंगे:

1. हनुमान जी को चोला चढ़ाएं – सिंदूर और चमेली के तेल से हनुमान जी को चोला अर्पित करें और गुड़-चना का भोग लगाएं। इससे शक्ति, साहस और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।

2. पंचमुखी हनुमान का ध्यान करें – मंगल दोष से मुक्ति के लिए पंचमुखी हनुमान के स्वरूप का ध्यान करें और "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः" मंत्र का 108 बार जप करें।

3. पितृ दोष शांति के लिए तर्पण – भौमवती अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए तर्पण करना विशेष फलदायी होता है। इससे कुल दोष, पारिवारिक बाधाएं और आर्थिक समस्याएं समाप्त होती हैं।

4. कर्ज मुक्ति हेतु दीपदान – शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे जीवन से ऋण और आर्थिक तंगी दूर होती है।

5. लाल वस्त्र और लाल फल का दान – मंगलवार और मंगल ग्रह से संबंधित रंग होने के कारण लाल वस्त्र, लाल फल जैसे सेब या अनार का दान करें। यह विशेष रूप से नौकरी, व्यवसाय और विवाह संबंधित समस्याओं में राहत देता है।

ग्रहों की शांति और आत्मिक शुद्धि का दिन

भौमवती अमावस्या पर ग्रहों की स्थिति भी विशेष होती है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस दिन सूर्य और चंद्रमा एक ही राशि में होते हैं, जिससे आत्मिक और मानसिक ऊर्जा एकाकार होती है। इसलिए इस दिन ध्यान, साधना, व्रत और पूजा के द्वारा न केवल सांसारिक बल्कि आध्यात्मिक उन्नति भी प्राप्त की जा सकती है।

आज का दिन उन भक्तों के लिए विशेष वरदान लेकर आया है, जो जीवन में कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। यह दिन नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने और शुभता को आमंत्रित करने का श्रेष्ठ अवसर है। इसलिए संकल्प लें कि आज के दिन श्रद्धा और विश्वास के साथ हनुमान जी की पूजा करें, पितरों को स्मरण करें और जीवन में मंगलकारी ऊर्जा को आमंत्रित करें।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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