लंदन का ऐतिहासिक इंडिया हाउस अब महाराष्ट्र सरकार के अधीन होगा, बनेगा स्वतंत्रता संग्राम स्मारक

लंदन में भारत के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा इंडिया हाउस अब महाराष्ट्र सरकार के संरक्षण में आएगा

लंदन का ऐतिहासिक इंडिया हाउस अब महाराष्ट्र सरकार के अधीन होगा, बनेगा स्वतंत्रता संग्राम स्मारक
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लंदन में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का प्रतीक रहा ‘इंडिया हाउस’ अब महाराष्ट्र सरकार के संरक्षण में आएगा। इस इमारत ने भारतीय क्रांतिकारियों के संघर्ष और आज़ादी के इतिहास को आकार दिया था।


सांस्कृतिक कार्य मंत्री आशीष शेलार ने बताया कि राज्य सरकार इस ऐतिहासिक भवन को अधिग्रहित कर इसका संरक्षण करेगी। इसके लिए एक बहु-विभागीय समिति बनाई जा रही है जो कानूनी, वित्तीय और प्रशासनिक पहलुओं की समीक्षा कर विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंपेगी।


शेलार ने कहा कि ब्रिटेन यात्रा के दौरान लंदन में रह रहे भारतीयों ने इंडिया हाउस के ऐतिहासिक और भावनात्मक महत्व की ओर ध्यान दिलाया। इसके बाद राज्य सरकार ने इसे संरक्षित करने का फैसला लिया।


इंडिया हाउस का इतिहास

इंडिया हाउस की स्थापना 1905 से 1910 के बीच हाईगेट, क्रॉमवेल एवेन्यू, लंदन में हुई थी। इसे प्रसिद्ध वकील, पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा ने स्थापित किया था। यह स्थान इंडियन होम रूल सोसाइटी (IHRS) का मुख्यालय भी रहा।


इस ऐतिहासिक भवन से वीर सावरकर, भीकाजी कामा, लाला हरदयाल, सेनापति बापट, मदनलाल धींगरा, वीरेंद्रनाथ चट्टोपाध्याय और अन्य क्रांतिकारी जुड़े रहे, जिन्होंने विदेश में रहते हुए ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत की आज़ादी की आवाज़ बुलंद की।


बुधवार को मंत्रालय में हुई समीक्षा बैठक में नासिक की विधायक देवयानी फरांडे, सांस्कृतिक कार्य विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग और पुरातत्व निदेशालय के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस संपत्ति को स्मारक के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि भावी पीढ़ियां स्वतंत्रता संग्राम की उस प्रेरणादायक गाथा को समझ सकें।


अधिकारियों के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार का उद्देश्य इस भवन को भारत के औपनिवेशिक विरोधी आंदोलन का प्रतीक स्थल बनाना है। जल्द ही अधिग्रहण और संरक्षण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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