Public Khabar

मंगलवार व्रत आज: हनुमान आराधना से दूर होंगे संकट, मज़बूत होगा मंगल ग्रह, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, खास योग और दिशाशूल

मंगलवार व्रत आज: हनुमान आराधना से दूर होंगे संकट, मज़बूत होगा मंगल ग्रह, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, खास योग और दिशाशूल
X

हिंदू धर्म में सप्ताह के प्रत्येक दिन किसी न किसी देवता को समर्पित होता है, और मंगलवार विशेष रूप से बजरंगबली हनुमान जी को अर्पित होता है। इस दिन व्रत रखने और हनुमान जी की विधिपूर्वक पूजा करने से न केवल भक्त की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, बल्कि मंगल ग्रह की अशुभता भी शांत होती है। मंगल ग्रह को क्रूर ग्रह माना जाता है, जो यदि कुंडली में अशुभ हो, तो जीवन में संघर्ष, दुर्घटना और क्रोध जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है। लेकिन मंगलवार को नियमपूर्वक व्रत रखने से यह ग्रह बलवान होकर सकारात्मक फल देने लगता है।

भक्तों का मानना है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा से शारीरिक बल, मानसिक शांति, साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। जो जातक मंगल दोष या मांगलिक दोष से परेशान हैं, उन्हें मंगलवार का व्रत करना अत्यंत लाभकारी माना गया है।

मंगलवार व्रत और पूजा का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल और योग

आज मंगलवार के दिन पूजा और उपासना के लिए विशेष संयोग बन रहा है। शास्त्रों के अनुसार, मंगलवार को मंगल ग्रह की आराधना करने से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और क्रोध व आक्रोश पर नियंत्रण मिलता है।

पूजा का शुभ मुहूर्त: मंगलवार को प्रातः 6:00 बजे से 8:30 बजे तक का समय हनुमान जी की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ रहता है।

राहुकाल: दोपहर 3:00 बजे से 4:30 बजे तक रहेगा, इस समय पूजा या शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।

दिशाशूल: मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा वर्जित मानी जाती है। यदि यात्रा आवश्यक हो, तो दही या तिल का सेवन कर निकलना शुभ होता है।

आज के दिन विशेष योग भी बन रहा है, जो हनुमान उपासना को और फलदायी बना देगा। अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थसिद्धि योग जैसे योगों में की गई पूजा शीघ्र फल प्रदान करती है।

पूजा विधि और व्रत नियम: कैसे करें हनुमान जी को प्रसन्न

मंगलवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर स्वच्छ लाल वस्त्र पहनें और व्रत का संकल्प लें। पूजा स्थल पर हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र के समक्ष दीपक जलाएं। लाल फूल, सिंदूर, चोला, नारियल, गुड़ और लड्डू अर्पित करें। हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और बजरंग बाण का पाठ करें।


व्रतधारी दिनभर फलाहार कर सकते हैं और रात्रि में हनुमान जी की आरती कर व्रत समाप्त करते हैं।

शास्त्रों के अनुसार, जो श्रद्धा और नियमपूर्वक मंगलवार का व्रत रखकर हनुमान जी की उपासना करता है, उसके जीवन से सभी भय, बाधाएं और शारीरिक दुर्बलता समाप्त हो जाती है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

Tags:
Next Story
Share it