मासिक कालाष्टमी 2025: 13 अक्टूबर सोमवार को करें कालभैरव पूजन, जानें व्रत का महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

सोमवार 13 अक्टूबर को मनाई जाएगी मासिक कालाष्टमी
हिंदू पंचांग के अनुसार, 13 अक्टूबर 2025, सोमवार के दिन मासिक कालाष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को यह पावन दिन मनाया जाता है। यह तिथि भगवान शिव के उग्र और रौद्र स्वरूप भगवान कालभैरव की आराधना के लिए समर्पित मानी जाती है। इस दिन भक्त विशेष रूप से व्रत रखकर भैरव बाबा की पूजा करते हैं ताकि उनके जीवन से सभी प्रकार के भय, संकट और नकारात्मकता का अंत हो सके। यह पर्व शिवभक्तों के लिए अत्यंत श्रद्धा और भक्ति से भरा दिन होता है।
कालाष्टमी का धार्मिक महत्व
कालाष्टमी का संबंध सीधे भगवान शिव के भैरव अवतार से है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब ब्रह्मा जी ने भगवान शिव का अपमान किया था, तब शिवजी ने क्रोध में भैरव रूप धारण किया और ब्रह्मा जी के अहंकार का अंत किया। उसी दिन को कालाष्टमी कहा गया। इसलिए यह तिथि अन्याय, भय, अशुभ ग्रहों और नकारात्मक ऊर्जाओं से मुक्ति दिलाने वाली मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन किया गया पूजा-पाठ और व्रत व्यक्ति को भूत-प्रेत, बाधा और अकाल मृत्यु के भय से मुक्त करता है।
कालाष्टमी व्रत और पूजा विधि
मासिक कालाष्टमी पर व्रती प्रातःकाल स्नान करके व्रत का संकल्प लेते हैं और दिनभर संयम व्रत रखते हैं। मंदिरों में जाकर भैरव बाबा की प्रतिमा या शिवलिंग का जल, दूध, दही और बेलपत्र से अभिषेक किया जाता है। पूजा में काले तिल, सरसों का तेल, धूप, नारियल और नींबू अर्पित करने का विशेष महत्व बताया गया है।
रात्रि के समय भगवान भैरव की आरती और भैरव स्तोत्र का पाठ करना अत्यंत शुभ होता है। भक्तों को इस दिन काले कुत्तों को रोटी और दूध खिलाना चाहिए क्योंकि यह भैरव देव का प्रिय माना जाता है।
कालाष्टमी पर करें ये विशेष उपाय
1. भगवान भैरव को सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
2. कुत्तों को भोजन करवाने से पितृ दोष और ग्रह बाधा से मुक्ति मिलती है।
3. इस दिन “ॐ कालभैरवाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
4. तांत्रिक या आध्यात्मिक साधनाओं के लिए यह तिथि अत्यंत फलदायी मानी जाती है।
कालाष्टमी का फल और लाभ
मासिक कालाष्टमी का व्रत रखने से व्यक्ति के जीवन में साहस, आत्मविश्वास और मानसिक शक्ति का विकास होता है। भैरव देव की कृपा से शत्रु पर विजय, भय से मुक्ति और व्यवसाय या कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो व्यक्ति नियमपूर्वक कालाष्टमी व्रत रखता है, उसके जीवन में कोई भी नकारात्मक शक्ति हानि नहीं पहुंचा सकती। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए शुभ होता है जो अपने जीवन में स्थिरता, सुरक्षा और आध्यात्मिक उन्नति की कामना रखते हैं।
इस वर्ष मासिक कालाष्टमी 13 अक्टूबर 2025, सोमवार के दिन मनाई जाएगी। इस पवित्र तिथि पर भगवान कालभैरव की आराधना, व्रत और दान करने से व्यक्ति के जीवन में शुभता, साहस और समृद्धि का वास होता है। भक्तिभाव से किया गया यह व्रत सभी प्रकार के भय, संकट और नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करने वाला होता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।