शनिवार को करें ये विशेष उपाय, जीवन से कटेंगे दुखों के बंधन

शनिवार को करें ये विशेष उपाय, जीवन से कटेंगे दुखों के बंधन
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सनातन धर्म में शनिवार का दिन विशेष रूप से शनि देव को समर्पित माना गया है। यह दिन उन जातकों के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है जो जीवन में लगातार संघर्ष, अवरोध और मानसिक तनाव से जूझ रहे होते हैं। शनि ग्रह को न्याय का प्रतीक माना गया है, और कहा जाता है कि वह व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। लेकिन अगर शनिदेव को प्रसन्न कर लिया जाए, तो बड़े से बड़े कष्ट भी जीवन से सहजता से दूर हो जाते हैं।

पीपल के वृक्ष की पूजा से मिलेगा राहत

शनिवार के दिन प्रातःकाल पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाकर शनि मंत्र का जप करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और शनि दोष से मुक्ति मिलती है। "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जप करना अति लाभकारी होता है।

काले तिल और तेल का दान करे शनि की शांति के लिए

इस दिन काले तिल, सरसों का तेल, काली उड़द और लोहे से बनी वस्तुओं का दान करना अत्यंत पुण्यदायक माना जाता है। शनि ग्रह से संबंधित इन वस्तुओं का दान करने से ग्रह पीड़ा कम होती है और जीवन में स्थिरता आती है। विशेषकर निर्धनों को यह दान देना पुण्य को कई गुना बढ़ा देता है।

हनुमान जी की आराधना भी है लाभकारी

शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ करना भी शनि दोष को कम करने में सहायक माना गया है। मान्यता है कि हनुमान जी की कृपा से शनि देव भी प्रसन्न होते हैं और जातक की बाधाएं स्वतः ही समाप्त होने लगती हैं।

नीले वस्त्र और सात अनाज चढ़ाना भी है शुभ

शनिवार को नीले या काले रंग के वस्त्र धारण कर मंदिर जाकर सात प्रकार के अनाज चढ़ाना भी शुभ माना गया है। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जिनकी कुंडली में शनि की दशा या साढ़ेसाती चल रही होती है।

शनिदेव की कृपा से बनेगा बिगड़ा भाग्य

अगर जीवन में बार-बार विघ्न आ रहे हैं, काम में रुकावटें आ रही हैं या आर्थिक तंगी पीछा नहीं छोड़ रही, तो शनिवार को ऊपर बताए गए उपायों को अपनाकर शनि देव को प्रसन्न किया जा सकता है। उनकी कृपा से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है और सभी कष्ट धीरे-धीरे समाप्त हो जाते हैं।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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