शारदीय नवरात्रि 2025: 26 सितंबर को बन रहा शुभ संयोग, स्थायीजय योग और विशाखा नक्षत्र से मिलेगा खास लाभ

शारदीय नवरात्रि 2025: 26 सितंबर को बन रहा शुभ संयोग, स्थायीजय योग और विशाखा नक्षत्र से मिलेगा खास लाभ
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हिंदू पंचांग में नवरात्रि के हर दिन का विशेष महत्व होता है। शारदीय नवरात्रि के दौरान साधक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की उपासना करते हैं और देवी कृपा पाने का प्रयास करते हैं। वर्ष 2025 में यह पर्व और भी खास होने जा रहा है, क्योंकि 26 सितंबर को शुक्रवार के दिन स्थायीजय योग और विशाखा नक्षत्र का दुर्लभ संयोग बन रहा है। यह तिथि नवरात्रि साधना और पूजन के लिए बेहद शुभ मानी जाएगी।

26 सितंबर का महत्व

1. शारदीय नवरात्रि का यह दिन इसलिए विशेष है क्योंकि इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं।

2. शुक्रवार का दिन स्वयं माता लक्ष्मी को समर्पित होता है।

3. साथ ही स्थायीजय योग के बनने से कार्यों में स्थायित्व और सफलता की संभावनाएं बढ़ेंगी।

4. विशाखा नक्षत्र की उपस्थिति से धार्मिक कार्य और भी फलदायी होंगे।

5. ऐसे दुर्लभ संयोग में देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से जीवन की परेशानियों से मुक्ति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

स्थायीजय योग का प्रभाव

* स्थायीजय योग ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत लाभकारी माना गया है।

* इस योग में किए गए कार्य लंबे समय तक स्थायी बने रहते हैं।

* व्यापार, संपत्ति क्रय-विक्रय या किसी भी नए काम की शुरुआत के लिए यह योग बेहद शुभ है।

* धार्मिक दृष्टि से इस दिन व्रत-पूजन करने से साधक को विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।


विशाखा नक्षत्र की महत्ता

1. विशाखा नक्षत्र को धर्म, अध्यात्म और सफलता से जोड़कर देखा जाता है।

2. इस नक्षत्र में देवी-पूजन करने से आध्यात्मिक उन्नति मिलती है।

3. साधक को ज्ञान और आत्मविश्वास की वृद्धि होती है।

4. परिवार और सामाजिक जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

भक्तों के लिए विशेष अवसर

26 सितंबर को पड़ने वाला यह विशेष संयोग भक्तों के लिए वरदान समान है। इस दिन यदि श्रद्धा और नियमों के साथ मां दुर्गा की पूजा की जाए, तो साधक की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। विशेषकर लक्ष्मी साधना, दुर्गा सप्तशती पाठ और कन्या पूजन करने से सुख-समृद्धि के द्वार खुल सकते हैं।

शारदीय नवरात्रि 2025 का यह दिन यानी 26 सितंबर भक्तों के लिए अत्यंत शुभ और मंगलकारी है। स्थायीजय योग और विशाखा नक्षत्र के संयोग से यह तिथि जीवन में नई शुरुआत और सफलता का मार्ग प्रशस्त कर सकती है। यह समय साधना और देवी कृपा प्राप्ति के लिए सर्वोत्तम रहेगा।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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