शुक्रवार को करें मां लक्ष्मी की पूजा और व्रत, खुलेंगे सुख-समृद्धि के द्वार, इन उपायों से मिलेगा धन लाभ

शुक्रवार: लक्ष्मी कृपा और सौभाग्य का दिन
हिंदू धर्म में सप्ताह का प्रत्येक दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है, और शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी की आराधना के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना गया है। यह दिन माता लक्ष्मी — जो धन, ऐश्वर्य और समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी हैं — के पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन श्रद्धा व भक्ति भाव से लक्ष्मीजी की पूजा करता है, उसके जीवन में कभी धन की कमी नहीं रहती।
🌼 शुक्रवार के दिन व्रत रखने का आध्यात्मिक महत्व
शुक्रवार व्रत को विशेष रूप से गृहस्थ जीवन के लिए लाभकारी माना गया है। जो स्त्री या पुरुष शुक्रवार को नियमपूर्वक व्रत करता है, उसे न केवल आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है, बल्कि परिवार में सुख-शांति और सौभाग्य भी बना रहता है। इस दिन व्रत करने वाले श्रद्धालु प्रातः स्नान कर के श्वेत वस्त्र धारण करते हैं, और देवी लक्ष्मी के समक्ष दीप जलाकर व्रत का संकल्प लेते हैं। व्रतधारी दिनभर फलाहार करते हैं और शाम को पूजन के उपरांत भोजन ग्रहण करते हैं।
शुक्रवार को करें ये शुभ उपाय, बरसेगा धन
सिर्फ व्रत ही नहीं, शुक्रवार के दिन कुछ विशेष उपायों को अपनाकर भी देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त की जा सकती है। जैसे—
1. घर के मुख्य द्वार पर गोमूत्र या गंगाजल का छिड़काव कर दरवाज़े को स्वच्छ रखें और रंगोली बनाएं, इससे मां लक्ष्मी का वास होता है।
2. श्रीयंत्र पर कुमकुम और चंदन से तिलक करें और कमलगट्टे की माला से "ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
3. किसी कन्या को सफेद वस्त्र, मिठाई या श्रृंगार का सामान भेंट करें, यह उपाय सौभाग्यवर्धक माना गया है।
4. शुक्रवार की शाम को घर के उत्तर-पूर्व कोने में घी का दीपक जलाएं और लक्ष्मी स्त्रोत या श्री सूक्त का पाठ करें।
🌺 देवी लक्ष्मी का आह्वान और फलदायी परिणाम
लक्ष्मी पूजन केवल आर्थिक उन्नति का ही मार्ग नहीं खोलता, बल्कि इससे मानसिक शांति, पारिवारिक सुख और वैवाहिक जीवन में भी संतुलन आता है। जो दंपती संतान सुख की प्राप्ति की कामना करते हैं, उनके लिए भी शुक्रवार का व्रत फलदायी होता है। साथ ही, यदि घर में बार-बार आर्थिक अड़चनें आती हैं, तो यह व्रत एक प्रभावी उपाय बन सकता है।
धार्मिक आस्था और अध्यात्म का मिलन
शुक्रवार का दिन केवल धन की प्राप्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दिन व्यक्ति को साधना, संयम और सेवा का मार्ग भी दिखाता है। माता लक्ष्मी की पूजा के साथ जब व्यक्ति आत्मिक शुद्धता, दान और सेवा को अपनाता है, तो उसका जीवन समृद्धि के साथ-साथ अध्यात्म की ओर भी अग्रसर होता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।