सूर्य-शनि समसप्तक योग 2025: 30 साल बाद बना दुर्लभ योग, जानें कब तक रहेगा असर

हिंदू ज्योतिष में ग्रहों की चाल और उनके बीच बनने वाले योग बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इसी कड़ी में वर्ष 2025 में एक दुर्लभ योग बन चुका है, जिसे सूर्य-शनि समसप्तक योग कहा जाता है। यह योग तब बनता है जब सूर्य और शनि ग्रह आमने-सामने सातवें भाव में विराजमान होते हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह योग लगभग तीन दशक बाद बन रहा है और इसका असर विभिन्न राशियों पर खासा गहरा देखने को मिलेगा।
सूर्य और शनिदेव की स्थिति
1. सितंबर 2025 से सूर्य और शनि की यह विशेष युति शुरू हुई है।
2. सूर्य 17 सितंबर 2025 को कन्या राशि में प्रवेश कर चुके हैं।
3. वहीं, शनिदेव मीन राशि में विराजमान हैं।
4. इस प्रकार सूर्य और शनि सातवें भाव में आमने-सामने स्थित होकर समसप्तक योग का निर्माण कर रहे हैं।
5. यह संयोग 17 अक्टूबर 2025 तक रहेगा। उसके बाद जब सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेंगे तो यह विशेष योग समाप्त हो जाएगा।
30 साल बाद बना विशेष योग
सूर्य और शनि के बीच संबंध हमेशा से ही विशेष माने गए हैं। सूर्य जहां ग्रहों के राजा और आत्मा के प्रतीक हैं, वहीं शनि न्याय के देवता और कर्मफलदाता कहे जाते हैं। जब ये दोनों ग्रह आमने-सामने स्थित होते हैं तो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में परिवर्तन देखने को मिलता है।
लगभग 30 वर्षों बाद यह अनोखा योग बना है।
ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि इस दौरान राजनीति, समाज, व्यापार और व्यक्तिगत जीवन में बड़े बदलाव संभव हैं।
प्रभाव और परिणाम
* इस समसप्तक योग का असर हर व्यक्ति पर अलग-अलग ढंग से होगा।
* राजनीतिक स्तर पर: बड़े निर्णय और नीतिगत बदलाव सामने आ सकते हैं।
* आर्थिक दृष्टि से: कुछ लोगों को लाभ मिलेगा तो कुछ को संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है।
* व्यक्तिगत जीवन में: रिश्तों की परीक्षा होगी, विशेषकर साझेदारी और वैवाहिक जीवन में।
* करियर और नौकरी: मेहनत करने वालों को सफलता का अवसर मिलेगा, जबकि लापरवाह लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
सूर्य-शनि समसप्तक योग 2025 ज्योतिष की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसका प्रभाव 17 सितंबर से 17 अक्टूबर 2025 तक रहेगा। यह समय जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करेगा। ऐसे में लोगों को संयम और धैर्य बनाए रखते हुए कर्मपथ पर चलने की सलाह दी जाती है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।