घर में तुलसी का पौधा लगाने की सही दिशा क्या है? जानें धार्मिक और वास्तुशास्त्र की मान्यताएं

हिंदू संस्कृति में तुलसी का पौधा न केवल एक पवित्र वनस्पति के रूप में प्रतिष्ठित है, बल्कि इसे देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी माना गया है। तुलसी की पूजा करने से जीवन में शुद्धता, सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि का वास होता है। यही कारण है कि लगभग हर हिंदू घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाया जाता है। परंतु बहुत कम लोग जानते हैं कि तुलसी का पौधा लगाने की दिशा का भी विशेष महत्व होता है। यदि यह पौधा वास्तु अनुसार सही दिशा में लगाया जाए, तो इसका लाभ कई गुना बढ़ जाता है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा लगाने के लिए उत्तर, उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) या पूर्व दिशा को सबसे शुभ माना गया है। इन दिशाओं को सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है और यहां तुलसी का स्थान होने से पूरे घर का वातावरण पवित्र और शांतिपूर्ण बना रहता है। खासकर सुबह-सुबह सूरज की पहली किरण तुलसी पर पड़ने से उसमें दिव्यता और औषधीय गुण और भी जाग्रत होते हैं। घर के आंगन में या बालकनी में तुलसी का पौधा ऐसे स्थान पर रखें, जहाँ सूरज की रोशनी भरपूर मिले और हवा का संचार बना रहे।
धार्मिक दृष्टि से तुलसी का पौधा घर की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है और परिवार के सदस्यों के जीवन में सुख-शांति लाता है। स्कंद पुराण, गरुड़ पुराण और पद्म पुराण जैसे कई प्राचीन ग्रंथों में तुलसी की महिमा का विस्तार से वर्णन किया गया है। तुलसी की पूजा से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी दोनों की कृपा प्राप्त होती है। कार्तिक माह में तुलसी विवाह जैसे विशेष पर्व भी मनाए जाते हैं, जिससे इसका महत्व और बढ़ जाता है।
वास्तु दोषों को दूर करने के लिए भी तुलसी अत्यंत उपयोगी मानी जाती है। यदि किसी घर में क्लेश, आर्थिक तंगी या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बनी रहती हैं, तो नियमित रूप से तुलसी की देखभाल और पूजन से इन समस्याओं में राहत मिल सकती है। सुबह और शाम को तुलसी के पास दीपक जलाना, जल चढ़ाना और 'ॐ तुलस्यै नमः' मंत्र का जाप करना अत्यंत पुण्यदायक माना गया है।
हालाँकि एक बात का विशेष ध्यान रखें कि तुलसी के पौधे को कभी भी दक्षिण दिशा में न लगाएं। दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती है और यहाँ पौधा लगाने से इसके पवित्र प्रभाव में कमी आ सकती है। साथ ही, तुलसी के सूखे पत्तों को फेंकने के बजाय उन्हें किसी पवित्र स्थान या जल में प्रवाहित करना चाहिए।
इस प्रकार तुलसी का पौधा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह वास्तु और वातावरण के संतुलन के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। इसे सही दिशा में लगाकर नकारात्मकता को दूर किया जा सकता है और घर में शुभता और समृद्धि का आगमन सुनिश्चित किया जा सकता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।