रोज़ाना तुलसी सेवा से घर में आती है मां लक्ष्मी की कृपा, दीपक जलाने से होता है हर कष्ट का अंत

रोज़ाना तुलसी सेवा से घर में आती है मां लक्ष्मी की कृपा, दीपक जलाने से होता है हर कष्ट का अंत
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हिंदू धर्म में तुलसी का स्थान अत्यंत पावन और पूजनीय माना गया है। इसे केवल एक पौधा नहीं बल्कि एक देवी का स्वरूप समझा जाता है। मां तुलसी को भगवान विष्णु की प्रिय मानी जाती है और उनका विवाह स्वयं नारायण के अवतार, शालिग्राम से हुआ था। यही कारण है कि जिन घरों में नियमित रूप से तुलसी की पूजा और सेवा की जाती है, वहां देवी लक्ष्मी का स्थायी वास माना जाता है।

तुलसी: घर की आध्यात्मिक ऊर्जा का केन्द्र

वास्तु शास्त्र और धर्मशास्त्र दोनों में यह उल्लेख मिलता है कि तुलसी का पौधा न केवल वातावरण को शुद्ध करता है, बल्कि घर में आध्यात्मिक ऊर्जा का भी स्रोत बनता है। तुलसी का पौधा घर में हो तो यह नकारात्मकता को दूर करता है और शुभ शक्तियों को आकर्षित करता है।

विशेष रूप से तुलसी पर रोज सुबह और शाम दीपक जलाना बहुत पुण्यकारी माना जाता है। दीपक की रोशनी तुलसी को दिव्य ऊर्जा प्रदान करती है, जिससे घर का वातावरण शांत, स्थिर और सकारात्मक रहता है।

तुलसी पर दीपक जलाने का धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ

जब भक्त तुलसी के समक्ष दीपक जलाते हैं, तो यह केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं बल्कि एक ऊर्जा जागरण की प्रक्रिया बन जाती है। ऐसा करने से अलक्ष्मी यानी दरिद्रता दूर होती है और मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

दीपक जलाने का समय विशेष महत्व रखता है — प्रातःकाल सूर्योदय से पूर्व या संध्या के समय सूर्यास्त के बाद तुलसी पर दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह न केवल पूजा-पाठ का हिस्सा है, बल्कि इसे घर में समृद्धि बनाए रखने की दैनिक साधना भी माना जाता है।

तुलसी की सेवा से बनता है पुण्य का पुल

तुलसी की सेवा करना यानी उसे जल अर्पित करना, उसके पास दीपक जलाना, उसे हाथ जोड़कर प्रणाम करना — यह सब जीवन में धैर्य, संयम, और शुद्धता को बढ़ाता है। जो लोग नित्य तुलसी की परिक्रमा करते हैं, उन्हें पापों से मुक्ति और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

धार्मिक मान्यता है कि तुलसी को जल देने और दीपक जलाने से पितरों की आत्मा को भी शांति मिलती है। यही नहीं, विवाह योग्य युवक-युवतियों को उत्तम जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए भी तुलसी की सेवा अत्यंत फलदायी मानी गई है।


तुलसी सेवा से जुड़ी कुछ विशेष बातें

* तुलसी को कभी भी सोमवार और रविवार को न छुएं, केवल जल अर्पित करें।

* दीपक में शुद्ध घी या तिल का तेल प्रयोग करें।

* तुलसी के पास अपवित्र या कटे-फटे कपड़े पहनकर न जाएं।

* तुलसी के पास हमेशा स्वच्छता बनाए रखें और वहां कोई कचरा या अव्यवस्था न हो।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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