ठंड और कोहरे के बीच पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, 1 जनवरी को पश्चिमी यूपी में बारिश के आसार
पश्चिमी विक्षोभ के असर से ठंड में अस्थायी राहत, लेकिन कोहरा और शीत दिवस की चेतावनी बरकरार

उत्तर प्रदेश में भीषण ठंड और घने कोहरे का दौर फिलहाल जारी है, लेकिन इसी बीच मौसम में एक अहम बदलाव के संकेत मिले हैं। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पहली जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। इसका असर खासतौर पर सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर सहित करीब 17 जिलों में देखने को मिल सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बुधवार से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते तापमान में हो रही लगातार गिरावट पर तात्कालिक रूप से विराम लगेगा। अगले चार दिनों के दौरान प्रदेश में दिन के तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक और रात के न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। हालांकि, यह राहत स्थायी नहीं मानी जा रही है और इसके बावजूद ठंड का असर पूरी तरह खत्म नहीं होगा।
वहीं, कोहरे को लेकर मौसम विभाग ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है। बुधवार के लिए प्रदेश के 37 जिलों में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही 17 जिलों में दिन के तापमान में असामान्य गिरावट को देखते हुए ‘शीत दिवस’ की चेतावनी भी दी गई है। इस स्थिति का सीधा असर जनजीवन, सड़क यातायात और रेल सेवाओं पर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
बीते मंगलवार को प्रदेश में ठंड ने नया रिकॉर्ड बनाया। कानपुर शहर में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ठंडी रात रही। इसके अलावा घने कोहरे की वजह से प्रयागराज, आगरा, गाजियाबाद और सहारनपुर में दृश्यता शून्य के स्तर तक पहुंच गई, जिससे आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
अन्य जिलों की बात करें तो हमीरपुर में दृश्यता घटकर महज 20 मीटर रह गई, जबकि अमेठी, अलीगढ़, झांसी और फतेहपुर जैसे जिलों में 50 मीटर तक दृश्यता दर्ज की गई। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि बेहद जरूरी होने पर ही यात्रा करें और कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय पूरी सावधानी बरतें।
