वैशाख अमावस्या 2025, आपकी राशि के अनुसार क्या करें दान, जानिए कौन-सी चीज़ से मिलेगा भाग्य का साथ

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को विशेष आध्यात्मिक और पितृ संबंधी क्रियाओं के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। विशेष रूप से वैशाख मास की अमावस्या को पूजा-पाठ, पवित्र नदी स्नान और दान करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस बार वैशाख अमावस्या 8 मई 2025 को पड़ रही है, जो पितृ तर्पण, व्रत, और दान के लिए एक अत्यंत फलदायक अवसर है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या तिथि पर दान और तपस्या से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और जीवन में आने वाले विघ्नों से मुक्ति मिलती है। लेकिन अगर यह दान राशि अनुसार किया जाए, तो उसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि किस राशि के जातकों को कौन-सी वस्तु का दान करना चाहिए जिससे ग्रहों की स्थिति सुधरे और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़े।
मेष राशि वालों को इस दिन मसूर की दाल, तांबे के बर्तन और लाल वस्त्र दान करने चाहिए। इससे मंगल ग्रह शांत होता है और आत्मबल बढ़ता है। वृषभ राशि के लिए सफेद चावल, दूध और चांदी का दान लाभकारी रहेगा। मिथुन राशि के जातकों को हरी सब्जियां, मूंग दाल और हरे वस्त्र का दान करना चाहिए, जिससे बुध ग्रह की कृपा बनी रहती है।
कर्क राशि वालों के लिए दूध, चावल और चांदी का दान उत्तम रहेगा, जिससे चंद्रमा मजबूत होता है और मानसिक शांति मिलती है। सिंह राशि को गेहूं, गुड़ और तांबे का दान करना शुभ रहेगा। कन्या राशि वालों के लिए हरे रंग की वस्तुएं, मूंग और पन्ना रत्न जैसे दान विशेष फलदायक हैं।
तुला राशि के लिए सुगंधित द्रव्य, सफेद वस्त्र और दही का दान करना लाभकारी माना गया है। वृश्चिक राशि वालों को लाल फल, मसाले और गुड़ दान करना चाहिए। धनु राशि के लिए पीला वस्त्र, हल्दी और बेसन का दान विशेष फल देता है।
मकर राशि को काले तिल, कंबल और लोहे के पात्र दान करने से शनि ग्रह की कृपा प्राप्त होती है। कुंभ राशि वालों के लिए नीले वस्त्र, ऊनी कपड़े और काले उड़द का दान उत्तम माना गया है। वहीं मीन राशि के जातकों को पीली मिठाई, केसर और हल्दी का दान करना चाहिए जिससे गुरु ग्रह का आशीर्वाद मिलता है।
इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, पितरों को तर्पण, और ज़रूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, जलपात्र आदि का दान करना न केवल पितृदोष से मुक्ति दिलाता है बल्कि जीवन में चल रही आर्थिक, पारिवारिक और मानसिक समस्याओं से भी राहत देता है। इस अमावस्या को अपने भाग्य को सशक्त बनाने का एक दिव्य अवसर मानकर इसका सदुपयोग अवश्य करें।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।