वाराणसी में फेस पेंटिंग ने पेश किया सांस्कृतिक एकता का अनोखा चेहरा

Varanasi में होने वाले राष्ट्रीय आयोजन के पहले छात्रों ने कला के जरिए दिखाया अनोखा सांस्कृतिक मेल

वाराणसी में फेस पेंटिंग ने पेश किया सांस्कृतिक एकता का अनोखा चेहरा
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वाराणसी के IP Mall Sigra और JHV Mall में आज छात्रों ने अपनी रचनात्मकता के जरिए एक अनोखा संदेश दिया। काशी तमिल संगम 4.0 के आयोजन के क्रम में आयोजित प्री इवेंट्स सीरीज में आयोजित फेस पेंटिंग प्रतियोगिता ने “यूनिटी इन डायवर्सिटी" के विषय को नई ऊँचाई दी। 70 से अधिक छात्रों ने उत्साह के साथ भाग लिया।

BHU के Faculty of Visual Arts, Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith, Dhirendra Mahila P.G. College और Jeevandeep P.G. College के प्रतिभागियों ने पोस्टर और फेस पेंटिंग के जरिए कला के माध्यम से सांस्कृतिक मेल को जीवंत किया।

BHU के Faculty of Performing Arts के संगीत समूह ने कार्यक्रम में भावपूर्ण संगीत से माहौल में चार चाँद लगा दिए। प्रोफेसर अंचल श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की जानकारी साझा की, जबकि आयोजन का समन्वय प्रोफेसर मनीष अरोड़ा (कन्वीनर), सृष्टि प्रजापति (को-कन्वीनर) और विजय भगत, असिस्टेंट प्रोफेसर, Dept. of Painting, BHU ने किया। निर्णायक मंडल में साहेब राम टुडु और जयंती मंडी ने छात्रों की कलात्मक अभिव्यक्ति और रचनात्मकता की विशेष सराहना की। छात्रों की कला ने दिखाया कि पिछले तीन वर्षों में काशी और तमिलनाडु के बीच सांस्कृतिक संबंध कितने मजबूत हुए हैं।

आयोजन का जश्न कल, 28 नवंबर 2025 शुक्रवार को JHV और IP Mall Sigra में 2 बजे से 5 बजे तक टैटू/मेहंदी प्रतियोगिता के साथ जारी रहेगा।

आप जरूर जानना चाहते हैं कि अगले चरण में युवा कलाकार अपने हुनर से किस तरह काशी और तमिलनाडु के बीच रंगीन सांस्कृतिक पुल बनाएंगे? यह सिर्फ कला नहीं, बल्कि अनकही सांस्कृतिक कहानी का जीवंत रूप है।

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