वाराणसी: घने कोहरे के चलते अस्थायी रूप से उड़ानें रद्द, शेड्यूल बदला एयरलाइंस ने जारी किया नया शिड्यूल
दृश्यता घटने से इंडिगो ने चार उड़ानें अस्थायी रूप से बंद कीं और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने लगभग सभी सेवाओं के समय में बदलाव किया

वाराणसी में सर्दियों की दस्तक इस बार कुछ खासी महसूस हो रही है। रात होते ही धुंध की परत आसमान पर छा जाती है और सुबह तक दृश्यता इतनी घट जाती है कि हवाई सेवाएं उसी के हिसाब से खुद को ढालने लगती हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ दिनों में उड़ानें लगातार प्रभावित हो रही हैं और एयरलाइंस को अपने फैसले बदलने पड़े हैं।
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने हालात को लेकर सबसे पहले एहतियाती कदम उठाया और अपने कई रूटों के समय को फिर से तय किया। कंपनी का कहना है कि वाराणसी एयरपोर्ट पर वह उन्नत तकनीक नहीं है जो बेहद कम दृश्यता में भी सुरक्षित लैंडिंग की अनुमति दे सके। आइएलएस कैटेगरी थ्री की अनुपस्थिति में विमान को उतराने के लिए नौ सौ मीटर की साफ दृश्यता जरूरी होती है और कोहरे के बढ़ते असर के बीच यही सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।
इस बीच इंडिगो ने इससे भी कठोर निर्णय लिया और 15 दिसंबर से दिल्ली, पुणे, भुवनेश्वर और हैदराबाद जाने वाली चार उड़ानें बंद करने की घोषणा कर दी। यह फैसला कई नियमित यात्रियों के लिए असुविधा लेकर आया है क्योंकि यही उड़ानें रोज की जरूरतों को पूरा करती थीं।
अब बात उन उड़ानों की जिनका समय बदला गया है। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने नई सारिणी में सुबह, दोपहर और शाम की उड़ानों को नए स्लॉट में डाल दिया है। नई सूची के मुताबिक दिल्ली के लिए IX 5184 अब सुबह आठ बजे और IX 1224 सुबह नौ पचपन पर रवाना होगी। बेंगलुरु जाने वाले यात्रियों के लिए IX 1087 दोपहर एक बजकर पांच मिनट पर और IX 2167 दोपहर एक बजकर तीस मिनट पर उड़ान भरेगी।
हैदराबाद की सेवा में भी बदलाव हुआ है। IX 2834 दोपहर ढाई बजे और IX 2871 शाम पांच बजकर पांच मिनट पर तय की गई है। वहीं दिल्ली की एक और उड़ान IX 1252 अब दोपहर दो पैंतालीस पर चलेगी। मुंबई की ओर जाने वालों के लिए IX 2547 का समय शाम चार बीस तय किया गया है। बेंगलुरु की एक और उड़ान IX 2507 चार बजकर पच्चीस मिनट पर रवाना होगी। शारजाह की ओर जाने वाली IX 153 की उड़ान अब शाम पांच चालीस पर निर्धारित है।
इन सभी बदलावों के पीछे वजह एक ही है। एयरलाइंस किसी भी उड़ान के डायवर्ट या अचानक रद्द होने से बचना चाहती हैं क्योंकि इससे यात्रियों की परेशानी और कंपनियों का संचालन खर्च दोनों बढ़ जाते हैं।
हालांकि मौसम विभाग कह रहा है कि कोहरा अभी और घने रूप में लौट सकता है। ऐसे में यात्रियों और एयरलाइंस को कुछ और दिनों तक इस असमंजस के साथ चलना पड़ेगा। लोग यह उम्मीद जरूर लगाए बैठे हैं कि वाराणसी एयरपोर्ट जल्द ही उस तकनीक से सुसज्जित हो जाए जिससे हर सर्दी में हवाई सेवाएं यूं प्रभावित न हों।

